शक्तीपीठ हाईवे से महाराष्ट्र का समग्र विकास (सौजन्यः सोशल मीडिया)
मुंबई: शक्तीपीठ हाईवे महाराष्ट्र के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है, ऐसा विधान परिषद में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा। यह हाईवे नागपुर से सिंधुदुर्ग तक 12 जिलों से होकर गुजरेगा और महाराष्ट्र के प्रमुख शक्तीपीठों को जोड़ेगा। इससे मराठवाड़ा, विदर्भ और पश्चिम महाराष्ट्र में औद्योगिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि जैसे समृद्धि महामार्ग ने 12 जिलों का जीवन बदल दिया, वैसे ही शक्तीपीठ हाईवे भी बड़ा बदलाव लाएगा। यह हाईवे सुविधाजनक और तेज़ यातायात व्यवस्था स्थापित करेगा, जिससे व्यापार और उद्योगों को लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने बताया कि कोल्हापुर जिले के कई किसानों ने इस हाईवे के लिए स्वेच्छा से भूमि देने की इच्छा जताई है। कोल्हापुर हवाई अड्डे पर 1,000 से अधिक किसानों ने एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें हाईवे के प्रति समर्थन व्यक्त किया गया।
“हम किसानों की समस्याओं को समझने के लिए चर्चा करेंगे और उनका समाधान निकालेंगे। लेकिन यह हाईवे महाराष्ट्र के विकास के लिए बहुत आवश्यक है और इसे हर हाल में बनाया जाएगा,” ऐसा मुख्यमंत्री फडणवीस ने दृढ़ता से कहा।
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मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि दिल्ली-मुंबई ग्रीनफील्ड हाईवे उन क्षेत्रों के विकास के लिए एक सही कदम है, जिन्हें अब तक उपेक्षित रखा गया था। उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ. केनेडी को उद्धृत करते हुए कहा कि अमेरिका अमीर है क्योंकि वहां अच्छी सड़कें हैं। इसी तरह, हम महाराष्ट्र का विकास बेहतर बुनियादी ढांचे से सुनिश्चित करेंगे।
“यह केवल एक सड़क नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र के उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है,” ऐसा मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा।