ई-वॉटर टैक्सी (pic credit; social media)
e-Water-Taxi Mumbai: मुंबई और नवी मुंबई के बीच सफर करने वाले यात्रियों के लिए बड़ी राहत की खबर है। देश की पहली ई-वॉटर टैक्सी सेवा का मुहूर्त तय हो गया है और यह सेवा 22 सितंबर से शुरू हो जाएगी। गेटवे ऑफ इंडिया से जवाहरलाल नेहरू पोर्ट अथॉरिटी (जेएनपीए) तक की दूरी केवल 30 मिनट में पूरी की जा सकेगी।
अब तक मुंबई से नवी मुंबई जाने के लिए सड़क या रेल मार्ग पर निर्भर रहना पड़ता था, जिसमें ट्रैफिक और भीड़ के चलते घंटों लग जाते हैं। वहीं लकड़ी की नावों से पात्रा करने में एक घंटे से अधिक समय लगता था। लेकिन ई-वॉटर टैक्सी इस दूरी को आधे समय में पूरा कर यात्रियों को तेजी और सुविधा से जोड़ देगी।
इस टैक्सी सेवा की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाएगी। गेटवे से जेएनपीए तक चलने वाली दो टैक्सियों में से एक सौर ऊर्जा और दूसरी बिजली से संचालित होगी। दोनों टैक्सियों में 20-20 यात्रियों की क्षमता होगी। खास बात यह है कि इनका निर्माण पूरी तरह भारत में हुआ है। पर्यावरण विशेषज्ञों ने इसे ‘ग्रीन ट्रांसपोर्ट’ का बेहतर विकल्प माना है।
यात्रियों के लिए किराया भी बेहद किफायती रखा गया है। गेटवे ऑफ इंडिया से जेएनपीए तक का सफर मात्र 100 रुपये में पूरा किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस परियोजना को लेकर उत्साह जताया है और कहा है कि इससे मुंबई की सड़कों और रेल नेटवर्क पर बढ़ते दबाव को काफी हद तक कम किया जा सकेगा।
कैबिनेट मंत्री नितेश राणे ने हाल ही में जेएनपीए परिसर में ई-वॉटर टैक्सी और एक्वा स्टेंटर ई-टग का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि यह सेवा मुंबई के लिए ऐतिहासिक कदम साबित होगी।
राज्य सरकार ने भविष्य में 10 नए जल मार्गों पर ऐसी सेवाएं शुरू करने की योजना बनाई है। इनमें गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा और अलीबाग तक के रूट भी शामिल हैं। महाराष्ट्र मरीन बोर्ड के अनुसार, प्रस्तावित जल परिवहन प्रणाली का खाका सिडनी, न्यूयॉर्क, सैन फ्रांसिस्को, बैंकॉक और इस्तांबुल जैसी आधुनिक वाटर सेवाओं की तर्ज पर तैयार किया जा रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह परियोजना न केवल मुंबईवासियों को राहत देगी बल्कि तटीय क्षेत्रों के विकास को भी नई दिशा देगी। दशकों से जल परिवहन को लेकर हुए असफल प्रयासों के बाद यह पहली बार है जब कोई ठोस कदम जमीन पर उतरने जा रहा है।