सीएम फडणवीस. एकनाथ शिंदे (pic credit; social media)
Maharashtra Vision 2047: महाराष्ट्र को विकसित राज्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विजन डॉक्यूमेंट 2047 को भविष्य का रोडमैप बताया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह गीता, बाइबिल और कुरान हमें जीवन जीने का मार्ग दिखाते हैं, उसी तरह यह विजन डॉक्यूमेंट हमें आने वाले 25 वर्षों के विकास की दिशा तय करता है। सोमवार को सह्याद्री अतिथिगृह में हुई उच्चस्तरीय बैठक में उन्होंने कहा कि अगर इस विजन डॉक्यूमेंट में बताई गई नीतियों का पालन किया गया तो विकसित महाराष्ट्र का सपना आसानी से पूरा किया जा सकता है।
बैठक में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, मुख्य सचिव राजेश कुमार समेत कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इस दौरान जल, ऊर्जा, शिक्षा, सामाजिक कल्याण, उद्योग, प्रौद्योगिकी और अर्थव्यवस्था जैसे अहम क्षेत्रों पर प्रस्तुतियों का मूल्यांकन किया गया। सीएम फडणवीस ने इन प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए कहा कि यह गहरी सोच और योजनाबद्ध विकास का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि रोडमैप स्पष्ट है और अब सरकार का लक्ष्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना है।
उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि विजन डॉक्यूमेंट एक ऐसा खाका है, जो 22 साल बाद महाराष्ट्र को कैसा होना चाहिए, इसकी सटीक तस्वीर पेश करता है। बड़े सपनों को साकार करने के लिए प्रशासन और सरकार दोनों की जिम्मेदारी बराबर है। विजन डॉक्यूमेंट में जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने की क्षमता है और इसका मुख्य उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचाना है।
इसी कड़ी में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पुरंदर तहसील के भिवडी में आद्यक्रांतिकारी राजे उमाजी नाईक की 234वीं जयंती समारोह में रामोशी-बेडर समाज के लिए कई अहम घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि इस समाज को मुख्यधारा में लाने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। फडणवीस ने घोषणा की कि राजे उमाजी नाईक आर्थिक विकास महामंडल के माध्यम से समाज को दो लाख रुपए तक का बिना गारंटी वाला ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा 15 लाख रुपए तक का ब्याजमुक्त ऋण भी दिया जाएगा। समाज के युवाओं के लिए पुलिस भर्ती में विशेष योजनाएं लागू होंगी और ‘महाज्योति’ व ‘सारथी’ जैसी संस्थाओं के माध्यम से शिक्षा व प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि रामोशी समाज के विकास के लिए सरकार भविष्य में भी हर संभव सहयोग देगी। कार्यक्रम में मंत्री, विधायक, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।