
(प्रतीकात्मक तस्वीर)
Mumbai News In Hindi: मुंबई की उपनगरीय लोकल ट्रेनों में बिना टिकट यात्रा करने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पश्चिम रेलवे द्वारा अप्रैल से नवंबर के बीच चलाए गए विशेष टिकट जांच अभियान में 7 लाख 81 हजार 116 बिना टिकट यात्रियों को पकड़ा गया।
इन यात्रियों से कुल 37.31 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार लोकल ट्रेन से यात्रा करने के लिए वैध टिकट होना अनिवार्य है। बिना टिकट या गलत टिकट पर यात्रा करने पर यात्रियों से 250 रुपये का जुर्माना और तय दूरी का किराया वसूला जाता है। यह जुर्माना नॉन-एसी, एसी और फर्स्ट क्लास सभी श्रेणियों में समान रहता है, जबकि किराया श्रेणी के अनुसार अलग-अलग होता है।
रेलवे ने बताया कि यदि किसी यात्री के पास फर्जी टिकट पाया जाता है, तो उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता के तहत कड़ी कार्रवाई की जा सकती है, जिसमें 5 से 7 साल तक की जेल का प्रावधान है।
ये भी पढ़ें :- Vasai Virar MNC चुनाव से पहले 52 हजार डुप्लीकेट वोटर, High Court पहुंचा मामला
नियमित टिकट जांच, स्पेशल स्क्वायड और अचानक छापेमारी के बावजूद आंकड़े बताते हैं कि हर महीने औसतन करीब 1 लाख यात्री बिना टिकट लोकल ट्रेनों में सफर कर रहे हैं। केवल नवंबर महीने में ही पश्चिम रेलवे ने 98,506 बिना टिकट यात्रियों को पकड़कर 4।80 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला। यह आंकड़े यात्रियों में टिकट लेने को लेकर अभी भी अनुशासन की कमी को उजागर करते हैं।






