ध्वनि और वायु प्रदूषण से त्रस्त नागरिकों का बड़ा कदम
Mumbai Municipal Elections: लगातार हो रहे ध्वनि और वायु प्रदूषण, अवैध पार्किंग और प्रशासनिक उदासीनता से परेशान मीरा रोड के पूनम विहार इलाके की इंद्रप्रस्थ आवासीय सोसाइटियों ने एक अनोखा और सख्त फैसला लिया है। नागरिकों ने मनपा चुनाव के दौरान राजनीतिक और चुनावी प्रचार के लिए सोसाइटी परिसर में प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। इस संबंध में प्रवेश द्वार पर सार्वजनिक सूचना बोर्ड भी लगाया गया है।
बापा सीताराम मंदिर और सभागार के पीछे स्थित इंद्रप्रस्थ ए, बी, सी तथा डी, ई, एफ और संस्कृति आवासीय परिसरों के पास बने एक अवैध हॉल में हो रहे विवाह और अन्य कार्यक्रमों से रात से लेकर सुबह तक लाउडस्पीकर, बैंड और तेज संगीत का शोर फैलता रहता है। यह न केवल ध्वनि प्रदूषण कानूनों का उल्लंघन है, बल्कि छात्रों, बुजुर्गों और बीमार नागरिकों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर डाल रहा है।
लगातार शोर के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही है, वहीं बुजुर्गों और कामकाजी नागरिकों को पर्याप्त नींद नहीं मिल पा रही है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि पहले मंदिर में केवल भजन-कीर्तन होते थे, जिससे कोई परेशानी नहीं थी, लेकिन हॉल बनने के बाद हालात बदतर हो गए।
इलाके में सड़कों पर सीमेंट और धूल के कारण पहले से ही वायु प्रदूषण व्याप्त है। इसके ऊपर से शादियों और समारोहों में दिन-रात पटाखों के उपयोग ने हवा को और जहरीला बना दिया है, जिससे सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
निवासियों ने कई बार पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन आरोप है कि कोई ठोस कानूनी कार्रवाई नहीं की गई। नागरिकों का यह भी कहना है कि मनपा द्वारा मंदिर के आसपास बने हॉलों और अवैध ढांचों को संरक्षण दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि संबंधित हॉल का संबंध एक पूर्व पार्षद से है, जिससे नाराजगी और बढ़ गई है।
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इंद्रप्रस्थ डी, ई, एफ सोसाइटी की अध्यक्ष मीनाक्षी वालनेकर ने कहा कि मंदिर में भजन और कीर्तन स्वागतयोग्य हैं, लेकिन हॉल के कारण रात और सुबह तड़के शोर, पटाखे और अवैध पार्किंग से हालात असहनीय हो गए हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं तक सुरक्षित रूप से आना-जाना नहीं कर पा रही हैं।
इंद्रप्रस्थ ए, बी और सी सोसाइटी के अध्यक्ष प्रवीणभाई ने बताया कि चार वर्षों से लगातार शिकायतों के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हुआ, इसलिए मजबूर होकर यह निर्णय लिया गया। सूचना बोर्ड पर स्पष्ट लिखा है-“ध्वनि और वायु प्रदूषण के कारण चुनाव प्रचार हेतु प्रवेश वर्जित है।”
मीरा रोड के नागरिकों का यह कदम केवल विरोध नहीं, बल्कि प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के लिए एक स्पष्ट चेतावनी है कि यदि मूलभूत समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो जनता अब चुप नहीं बैठेगी।