मलाड इलाके में 15 से 20 गोदामों में लगी भीषण आग (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Mumbai News: मलाड (पूर्व) क्षेत्र के पठानवाड़ी, संजय नगर और पिंपरीपाड़ा इलाकों में आज (18) दोपहर करीब 12.54 बजे भीषण आग लग गई। इस घटना के बाद बीएमसी की दमकल गाड़ियाँ मौके पर पहुँच गईं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, आग लगभग 15 से 20 गोदामों तक ही सीमित थी। घटना की जानकारी मिलते ही दमकल, पुलिस, बीएमसी वार्ड अधिकारी, 108 एम्बुलेंस और अदानी इलेक्ट्रिसिटी की टीमें तुरंत मौके पर पहुँच गईं।
गनीमत रही कि आग में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। अग्निशमन विभाग ने दोपहर 1 बजे आग को लेवल-II (L-II) घोषित कर दिया। आग बुझाने के प्रयास जारी हैं और अधिकारी आग लगने के कारणों की जाँच कर रहे हैं।
मुंबई के व्यस्त और घनी आबादी वाले मलाड ईस्ट इलाके में आज दोपहर भीषण आग लग गई। पिंपरीपाड़ा इलाके में पंजाब डेयरी के पास एक लकड़ी के कबाड़ के गोदाम में अचानक आग लग गई और कुछ ही पलों में आग बड़े इलाके में फैल गई। आसमान में धुएं का एक विशाल गुबार उठता दिखाई दिया।
गोदाम में भारी मात्रा में लकड़ी, प्लाईवुड, फर्नीचर और अन्य ज्वलनशील सामग्री रखी हुई थी। नतीजतन, आग लगने के बाद यह तेज़ी से फैल गई। कुछ ही पलों में गोदाम का पूरा इलाका आग की लपटों में घिर गया। आसपास का इलाका भी धुएँ से भर गया।घटनास्थल पर मौजूद नागरिकों ने बताया कि आग का धुआँ इतना घना था कि लगभग एक किलोमीटर दूर से भी साफ़ दिखाई दे रहा था। आग लगने से इलाके में दहशत का माहौल है, खासकर चूँकि बस्ती झुग्गी-झोपड़ियों के पास है, इसलिए डर था कि आग झुग्गियों तक पहुँच जाएगी।
मुंबई फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियाँ मौके पर पहुँचीं, लेकिन पिंपरीपाड़ा इलाके की संकरी सड़कों और भारी ट्रैफिक जाम के कारण दमकलकर्मियों को मौके पर पहुँचने में देरी हुई। हालांकि, कर्मचारियों ने बहादुरी से काम लिया और आग पर काबू पाने की कोशिशें शुरू कर दीं। प्रशासन ने बताया है कि इस घटना में अभी तक कोई हताहत नहीं हुआ है। कुछ लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है और किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है। फिलहाल, आग पर काबू पाने के बाद, दमकल विभाग ने आग को दोबारा भड़कने से रोकने के लिए ‘कूलिंग ऑपरेशन’ शुरू कर दिया है।
हालाँकि, आग लगने का सही कारण अभी स्पष्ट नहीं है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, ऐसा माना जा रहा है कि आग शॉर्ट सर्किट या लकड़ी के सामान से उत्पन्न घर्षण के कारण लगी होगी। आधिकारिक जाँच रिपोर्ट आने के बाद ही घटना का मूल कारण सामने आएगा। मुंबई जैसे महानगर में संकरी सड़कों, ज्वलनशील पदार्थों के अनियंत्रित भंडारण और अपर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के कारण ऐसी दुर्घटनाएं अक्सर होती रहती हैं।