(डिजाइन फोटो)
मुंबई: विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले महाराष्ट्र की महायुति सरकार राज्य के ज्यादा से ज्यादा वर्ग के लोगों को जोड़ने का प्रयास कर रही है। लाडली बहन, अन्नपूर्णा योजना के जरिए महिलाओं, मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना के जरिए राज्य के बेरोजगार युवाओं को साधने की कोशिश के बाद सरकार मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के जरिए बुजुर्ग वोटरों को रिझाने में जुट गई है। राज्य सरकार ने सामाजिक न्याय एवं विशेष सहायता विभाग के मार्फत सभी धर्मों के वरिष्ठ नागरिकों को देश के विभिन्न तीर्थ क्षेत्रों की यात्रा कराएगी।
समाज कल्याण विभाग की मुंबई की क्षेत्रीय उपायुक्त वंदना कोचुरे ने बताया कि योजना के तहत मुंबई शहर, मुंबई उपनगर और ठाणे जिले के 800 वरिष्ठ नागरिक 4 अक्टूबर को छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) से विशेष ट्रेन द्वारा अयोध्या के लिए प्रस्थान करेंगे।
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राज्य के सभी धर्मों के 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों की तीर्थ स्थलों की यात्रा की इच्छा को पूरा करने के लिए ‘मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना’ शुरू की गई है। इसमें भारत के कुल 73 और महाराष्ट्र के 66 तीर्थ स्थल शामिल हैं। योजना के तहत अयोध्या जाने के लिए मुंबई शहर जिले से 150, मुंबई उपनगर जिले से 306 और ठाणे जिले से 471 आवेदन प्राप्त हुए हैं। पहले चरण में मुंबई शहर, मुंबई उपनगर और ठाणे जिले से 800 वरिष्ठ नागरिक अयोध्या जाएंगे।
विशेष ट्रेन 4 अक्टूबर 2024 को दोपहर 1.30 बजे छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस मुंबई से रवाना होगी और 8 अक्टूबर 2024 को अयोध्या से मुंबई वापस आएगी।
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योजना के तहत वरिष्ठ नागरिक दीक्षाभूमी नागपुर, अजमेर, महाबोधी मंदिर गया, शेगाव, पंढरपुर इन तीर्थ क्षेत्रों की यात्रा करना चाहते हैं। इसके लिए मुंबई विभाग के मुंबई शहर, मुंबई उपनगर, ठाणे, पालघर, रायगड, रत्नागिरी व सिंधुदुर्ग जिलों से 2505 आवेदन प्राप्त हुए हैं। सामाजिक न्याय विभाग ने अपील की है कि अधिक से अधिक वरिष्ठ नागरिक मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का लाभ लेने के लिए सहायक आयुक्त, समाज कल्याण विभाग कार्यालयों से संपर्क करें।