अहमदाबाद-मुंबई हाईवे पर लंबा ट्रैफिक जाम (सौजन्यः सोशल मीडिया)
मुंबई: गुरवार दोपहर को अहमदाबाद-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर फाउंटेन होटल के पास लंबा ट्रैफिक जाम लग गया जिससे दैनिक यात्रियों, निवासियों, स्कूली बच्चों और यहां तक कि आपातकालीन सेवाओं को भी बुरी तरह प्रभावित किया। जामबुवा, पोर और बामनगाम पुलों के पास यातायात बाधित होने के कारण स्थिति कई घंटों तक तनावपूर्ण रही। जाम के कारण सभी दिशाओं में वाहनों की भीड़ लग गई, जिससे यात्री और चालक भीषण गर्मी में फंसे रहे।
बताया गया कि एम्बुलेंस भी जाम में फंस गईं, जिससे ऐसी स्थिति में आपातकालीन प्रतिक्रिया को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा हो गईं। स्थानीय यात्रियों के अनुसार, हर साल मानसून के दौरान जाम्बुवा ब्रिज का यहीं हाल होता है। पुल के संकरे हिस्से पर गहरे गड्ढे होने के कारण यातायात का सुचारू रूप से चलना लगभग असंभव हो जाता है।
एक यात्री ने बताया, “हर मानसून में हालत और खराब हो जाती है। अस्पताल या जरूरी काम पर जाने वाले लोग घंटों यहां फंसे रहते हैं।” अहमदाबाद से सूरत जाने वाले यात्रियों को अपना गुस्सा और बेबसी जाहिर करते देखा गया क्योंकि घंटों तक ट्रैफिक जाम खुलने का नाम नहीं ले रहा था।
एक यात्री ने इस जाम का वीडियो एक्स पर सांझा किया। जिसमें यातायात बहुत धीमी गति से चल रहा है। कई वाहन चालक, खास तौर पर दोपहिया वाहन चालक, उस जगह को पार करने में संघर्ष कर रहे थे, जिससे जाम और बढ़ गया और दुर्घटना का खतरा बढ़ गया।
एंबुलेंस ने कुत्ते को कुचला, मालिक ने जान से लिया जान का बदला, मरीज की मौत
जानकारी के अनुसार चिंताजनक बात यह है कि कई एम्बुलेंस ट्रैफ़िक में फंसी हुई देखी गईं, जिनमें से कुछ कथित तौर पर एक घंटे से ज़्यादा समय तक फंसी रहीं। स्थानीय लोगों को डर था कि देरी से जान को ख़तरा हो सकता है, क्योंकि एम्बुलेंस में बैठे मरीज़ समय पर अस्पताल नहीं पहुँच पाएँगे। कुछ लोगों ने हताश होकर, जाम से बचने के लिए अपने वाहनों को छोटे, जोखिम भरे रास्तों से निकालने का प्रयास भी किया।
फाउंटेन होटल के पास गंभीर असुविधा की सूचना मिली। यातायात के कारण समय पर बाहर नहीं निकल सकते या अपने गंतव्य तक नहीं पहुँच सकते। स्कूली बसें घंटों तक फंसी रहने के कारण स्कूली छात्रों को भी देरी हुई। एक निवासी ने कहा, “यह एक दिन की समस्या नहीं है। हम हर बरसात के मौसम में इसी समस्या से जूझते हैं।