मुंबई में गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन (pic credit; social media)
Maharashtra News:सात दिन तक घरों और सार्वजनिक स्थलों पर विराजमान रहे गणपति बप्पा का मंगलवार को धूमधाम से विसर्जन किया गया। सुबह से ही शहर और उपनगरों में शोभायात्राओं का सिलसिला शुरू हो गया था। ढोल-ताशों और गाजे-बाजे की गूंज के बीच भक्त नाचते-गाते अपने लाडले बप्पा को विदा करने पहुंचे।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) से मिली जानकारी के अनुसार, देर शाम तक कुल 26,395 से अधिक प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा चुका था। इनमें 257 सार्वजनिक गणेश प्रतिमाएं, 23,216 घरेलू प्रतिमाएं और 2,922 गौरी गणपति शामिल थे। देर रात तक विसर्जन का कार्यक्रम चलता रहा।
विसर्जन स्थलों पर “गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ” के जयकारों से माहौल गूंज उठा। भक्तों ने फूल-मालाओं और आरती के साथ गणपति को विदाई दी। कई जगहों पर भजनों और नृत्य के साथ शोभायात्राएं निकाली गईं।
इस बार बीएमसी ने पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए 275 से अधिक कृत्रिम तालाबों की व्यवस्था की थी, ताकि लोग घर के पास ही प्रतिमाओं का विसर्जन कर सकें। बड़ी संख्या में भक्तों ने इस पहल का लाभ उठाया और प्रतिमाओं का विसर्जन स्थानीय कृत्रिम तालाबों में किया।
प्रशासन ने शहर भर में सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के लिए विशेष इंतजाम किए थे। पुलिस बल की तैनाती के साथ ही ट्रैफिक विभाग ने विसर्जन स्थलों पर वैकल्पिक मार्ग बनाए, ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
गणेश भक्तों ने बप्पा की विदाई को उत्सव में बदल दिया। नन्हें बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी शोभायात्राओं में शामिल हुए। जगह-जगह प्रसाद और पानी की व्यवस्था की गई थी। कई जगहों पर मंडलों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए।
सात दिन का यह गणेशोत्सव भक्तों के लिए आस्था और उल्लास का संगम रहा। बप्पा को विदा करते समय भक्तों की आंखें नम थीं, लेकिन सभी के चेहरों पर अगले बरस फिर से “बप्पा” को लाने की खुशी साफ झलक रही थी।