
दिहाड़ी मजदूर (सौ. सोशल मीडिया )
Mumbai News In Hindi: नाका मजदूरों के लिए बीएमसी चुनाव किसी सौगात से कम नहीं है। चुनाव प्रचार के दौरान राजनैतिक पार्टियों को भीड़ दिखाने और उम्मीदवारों को अपने कारवां के पीछे झंडा-डंडा उठाने के लिए इन्हीं मजदूरों का सहारा लेना पड़ता है।
इस जरूरत को पूरा करने का काम कई जगहों पर लगने वाले नाका पर मजदूरी की तलाश में खड़ा रहने वाले दिहाड़ी मजदूर करते हैं। मुंबई में ताड़देव, खार, कांदिवली, सांताक्रुज, दादर, कुर्ला आदि इलाकों में दिहाड़ी पर काम करने वाले मजदूरों की सुबह 8 बजे से मंडियां लगती हैं, जहां से ठेकेदार लोग घरों में मजदूरी करने के लिए इन लोगों को ले जाते हैं।
ये मजदूर खासकर भवन निर्माण आंतरिक और बाहरी कार्यों जैसे फर्नीचर, बुड पॉलिश, पेंटर, राजमिस्त्री, मिट्टी खोदने वाले काम के लिए तैयार खड़े रहते हैं। इनकी दिहाड़ी 800 से 1000 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से होती है। ठेकेदार व छोटे बिल्डर, निर्माणाधीन इमारतों में काम करने के लिए इन्हीं मंडियों पर पूरी तरह आश्रित होते हैं।
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