नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (pic credit; social media)
Navi Mumbai Airport: मुंबई की रफ्तार को अब पंख लगने जा रहे हैं। उलवे-पनवेल के पास 1,160 हेक्टेयर में बना नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NMIA) सितंबर अंत तक उद्घाटन के लिए तैयार है। यह एयरपोर्ट सिर्फ रनवे और टर्मिनल नहीं, बल्कि मुंबई की भौगोलिक और आर्थिक तस्वीर बदलने वाला एक बड़ा सपना है। दशकों की प्रतीक्षा के बाद देश की वित्तीय राजधानी को दूसरा हवाई अड्डा मिल रहा है, जो आने वाले वर्षों में न केवल भीड़-भाड़ कम करेगा बल्कि विकास का नया ध्रुव भी बनेगा।
एनएमआईए पूरी क्षमता से तैयार होने पर हर साल 9 करोड़ यात्रियों को संभाल सकेगा। यह एयरपोर्ट मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे, गोवा हाईवे और जेएनपीटी पोर्ट के पास स्थित है, जिससे यातायात और लॉजिस्टिक दृष्टि से इसकी रणनीतिक अहमियत और बढ़ जाती है।
मुंबई और एयरपोर्ट को जोड़ने के लिए मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (अटल सेतु) का निर्माण हुआ है। 22 किलोमीटर लंबा यह पुल दक्षिण मुंबई को उलवे-पनवेल से जोड़ता है। अब दक्षिण मुंबई का यात्री केवल 40 मिनट में एयरपोर्ट टर्मिनल तक पहुंच सकेगा। इसके अलावा, पनवेल स्टेशन को रीजनल हब बनाया जा रहा है, जिससे यात्री सीधे पुणे और कोल्हापुर जैसे शहरों के लिए शटल पकड़ सकेंगे।
एयरपोर्ट से जुड़ी मेट्रो लाइनें भी विस्तार पर हैं। बबेलापुर-पैचर मेट्रो लाइन उलवे तक बढ़ाई जाएगी और एमएसआरटीसी दादर, ठाणे और वाशी से इलेक्ट्रिक एयरपोर्ट एक्सप्रेस बस चलाएगा। 9 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर पनवेल टर्मिनल तक ट्रैफिक को सीधे पहुंचाएगा।
विकास का नया केंद्र: खारघर, उलवे और पनवेल के इलाके तेजी से बदल रहे हैं। यहां बिजनेस पार्क, टाउनशिप और लॉजिस्टिक्स हब उभर रहे हैं। इससे हजारों नई नौकरियां और निवेश के अवसर उत्पन्न होंगे। एयरपोर्ट मुंबई की आर्थिक धुरी को समुद्र के उस पार तक खींच ले जाएगा।
वैश्विक शहरों की कतार में मुंबई: न्यूयॉर्क और लंदन की तरह, अब मुंबई मल्टी-एयरपोर्ट सिस्टम पर काम करेगी। यह सिर्फ प्रतिष्ठा का मामला नहीं, बल्कि भविष्य की तैयारी भी है।
नवी मुंबई एयरपोर्ट के खुलने से मुंबईकरों को राहत मिलेगी, समय की बचत होगी और शहर का परिवहन ढांचा अगले दशक में पूरी तरह बदल जाएगा।