आदित्य ठाकरे व राजन विचारे (सोर्स: सोशल मीडिया)
मुंबई: शिवसेना (यूबीटी) के पूर्व सांसद राजन विचारे के ऑफिस में दो लोगों को बुलाकर पीटने का वीडियो वायरल होते ही पार्टी में हड़कंप मच गया है। इस मामले से राज्य की सियासत में एक बार फिर हिंदी-मराठी का विवाद शुरू हो गया है। मामला को तूल पकड़ता देख पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को मीडिया में आकर जवाब देना पड़ा। राजन विचारे का बचाव करने के लिए आदित्य ठाकरे मीडिया के सामने आए और मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
शिवसेना (यूबीटी) के पूर्व सांसद राजन विचारे से जुड़े मराठी-हिंदी विवाद पर शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि “मैंने व्यक्तिगत रूप से राजन विचारे से बात की, और उन्होंने स्पष्ट किया कि यह न तो मराठी बनाम मराठी मुद्दा है और न ही किसी जाति या समुदाय से संबंधित है। यह पूरी तरह से व्यक्तिगत विवाद था।”
आदित्य ठाकरे ने बताया कि यह विवाद फोन चार्जिंग को लेकर शुरू हुआ, जहां एक व्यक्ति ने दूसरे को मारा और एक महिला ने बीच-बचाव किया। मामला यहीं से आगे बढ़ गया। पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है, लेकिन इस घटना को भाषा या समुदाय से जोड़ना गलत है।
Mumbai, Maharashtra: On the Marathi-Hindi controversy involving Shiv Sena (UBT) MP Rajan Vichare, Shiv Sena (UBT) leader Aaditya Thackeray says, “I personally spoke to Rajan Vichare, and he clarified that this is neither a Marathi vs Marathi issue nor related to any caste or… pic.twitter.com/qZlOPkf6zZ
— IANS (@ians_india) July 3, 2025
दरअसल सोशल मीडिया पर शिवसेना (यूबीटी) के पूर्व सांसद राजन विचारे का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वे दो लोगों को अपने ऑफिस में बुलाकर एक शिवसैनिक से पिटवाते नजर आ रही हैं। उनसे माफी में भी मंगवाई। यह वीडियो सोशल मीडिया पर मराठी न बोलने पर दो व्यापारियों की पिटाई का बताकर शेयर किया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले ठाणे रेलवे स्टेशन क्षेत्र में एक मराठी युवक के साथ कुछ प्रवासी युवकों ने गाली-गलौज और मारपीट की थी। प्रवासी युवक इस मराठी युवक को बार-बार परेशान कर रहे थे। इस संबंध में इस मराठी युवक ने उद्धव ठाकरे गुट के नेता और पूर्व सांसद राजन विचारे से शिकायत की थी।
ये गोल टोपी दाढ़ी वाले मराठी बोलते हैं क्या? इतनी हिम्मत है तो मोहम्मद अली…
शिकायत मिलने के बाद राजन विचारे ने पीड़ित युवक को शिवसैनिक बताते हुए पिटाई करने वालों को सबक सिखाया है। उन्होंने प्रवासी युवकों को अपने ऑफिस बुलाकर माफी मंगवाई और पिटाई भी करवाई।