इमारतों के स्थान पर टावर (pic credit; social media)
Mumbai Dilapidated Buildings: मुंबई की जर्जर इमारतों में दशकों से रह रहे हजारों परिवारों का सपना अब हकीकत बनने जा रहा है। विक्रोली पार्क साइट पर खड़ी 50 साल पुरानी 28 इमारतों को मनपा ने पुनर्विकास योजना के तहत ढहा दिया है और उनकी जगह आधुनिक टावर खड़े हो रहे हैं। आने वाले समय में यहां के 1792 निवासियों को स्थायी आवास मिलेगा।
निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। तीन इमारतों में 11 फ्लोर तक का काम पूरा हो चुका है, जबकि इमारत क्रमांक 16 में सातवें स्लैब तक काम चल रहा है। वहीं, इमारत नंबर 20 को खाली करा दिया गया है और जल्द उसका भी काम शुरू होगा।
पूर्व सांसद मनोज कोटक की पहल और पूर्व नगरसेवक हारून खान के समन्वय से यह योजना संभव हो पाई। जी प्लस 2 की पुरानी इमारतों और 80 टेनमेंट्स को हटाकर 16 मंजिला टावरों को मंजूरी दी गई। खास बात यह है कि इस परियोजना से मनपा को 2500 पीएपी (प्रोजेक्ट अफेक्टेड पर्सन) घर भी मिलेंगे।
इसे भी पढ़ें- मुंबई के विक्रोली में हिंदू परिवार का घर जलाने की कोशिश, लगे ‘सर तन से जुदा’ के पोस्टर
स्थानीय नगरसेवक हारून खान ने बताया कि 24 महीने में निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। जिस गति से काम चल रहा है, उससे साफ है कि तय समय पर लोग अपने नए घर में शिफ्ट हो पाएंगे। पहले चरण में 12 इमारतों का पुनर्निर्माण होगा।
नए टावरों की हर इमारत में 16 मंजिलें होंगी और हर फ्लोर पर 4 फ्लैट बनाए जाएंगे। एक इमारत में कुल 64 फ्लैट होंगे। प्रत्येक फ्लैट 405 वर्गफीट का होगा, जबकि पहले मनपा की जर्जर इमारतों में सिर्फ 260 वर्गफीट के छोटे मकान दिए जाते थे। इसका मतलब है कि अब निवासियों को पहले से बड़ा, सुरक्षित और आधुनिक घर मिलेगा।
इन नए टावरों से न सिर्फ परिवारों को राहत मिलेगी बल्कि इलाके की तस्वीर भी पूरी तरह बदल जाएगी। दशकों से असुरक्षित जिंदगी जी रहे लोग अब नए घरों में सुरक्षित भविष्य देख सकेंगे।