हाई-टेक सूरत बुलेट ट्रेन स्टेशन (pic credit; social media)
Hi-tech Surat Bullet Train Station: भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत सूरत में बनने वाला स्टेशन देश का सबसे आकर्षक और आधुनिक स्टेशन होगा। हीरों की नगरी ‘डायमंड सिटी’ सूरत की पहचान को ध्यान में रखते हुए इसका डिजाइन हीरे के कटाव (फेसट) से प्रेरित है।
26.3 मीटर ऊंचा और 58,352 वर्गमीटर में फैला यह विशाल स्टेशन तीन लेवल पर बनाया जा रहा है। ग्राउंड फ्लोर पर पार्किंग और पिक-ड्रॉप की सुविधा होगी। कंकॉर्स लेवल पर लाउंज और टिकट काउंटर होंगे, जबकि प्लेटफॉर्म लेवल पर हाई-स्पीड बुलेट ट्रेनों की आवाजाही होगी।
स्टेशन को ग्रीन बिल्डिंग के रूप में विकसित किया जा रहा है। स्काईलाइट और चौड़ी ओपनिंग्स से प्राकृतिक रोशनी और हवा आएगी, जिससे दिन के समय बिजली की खपत कम होगी। साथ ही रेन वॉटर हार्वेस्टिंग, लो-फ्लो फिटिंग और इको-फ्रेंडली पेंट्स जैसी सुविधाएं पर्यावरण संरक्षण में अहम योगदान देंगी।
स्टेशन पर वेटिंग लाउंज, नर्सरी, रिटेल आउटलेट्स, रेस्ट रूम और अन्य आवश्यक सेवाएं होंगी। बुजुर्गों, दिव्यांगों और बच्चों के साथ यात्रा करने वालों के लिए लिफ्ट, एस्केलेटर और स्पष्ट साइनबोर्ड लगाए जाएंगे। मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन योजना के तहत स्टेशन से मेट्रो, बीआरटीएस बस, टैक्सी और ऑटो तक आसान कनेक्टिविटी होगी।
विशेषता | विवरण |
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डिजाइन | हीरे के कटाव (फेसट) से प्रेरित |
ऊंचाई | 26.3 मीटर |
कुल क्षेत्रफल | 58,352 वर्गमीटर |
फ्लोर लेवल | 3 (ग्राउंड फ्लोर – पार्किंग व पिक-ड्रॉप, कंकॉर्स – लाउंज व टिकट काउंटर, प्लेटफॉर्म लेवल – ट्रेनें) |
ग्रीन फीचर्स | स्काईलाइट, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग, इको-फ्रेंडली पेंट्स, लो-फ्लो फिटिंग |
यात्रियों की सुविधा | वेटिंग लाउंज, नर्सरी, रिटेल आउटलेट्स, रेस्ट रूम, लिफ्ट व एस्केलेटर |
कनेक्टिविटी | बीआरटीएस स्टॉप – 330 मीटर, प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन – 280 मीटर, सूरत रेलवे स्टेशन – 11 किमी |
सूरत का यह स्टेशन शहर के एंट्रोली गांव (सूरत-बारडोली रोड) पर बन रहा है। यहां से बीआरटीएस स्टॉप 330 मीटर, प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन 280 मीटर और सूरत रेलवे स्टेशन लगभग 11 किमी दूर होगा।
मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर की कुल 508 किमी लंबाई में से 323 किमी वायाडक्ट पूरा हो चुका है। 399 किमी पियर्स तैयार हैं। 17 नदी पुल और 9 स्टील ब्रिज बनकर तैयार हैं। अब तक 210 किमी हिस्से में नॉइज बैरियर लगाया गया है और 52 किमी हिस्से में 2100 से अधिक ओएचई मास्ट स्थापित हो चुके हैं। वहीं, पालघर जिले में 21 किमी लंबी शिलफाटा सुरंग पर तेजी से काम जारी है।
यह स्टेशन न केवल यात्रियों को लग्जरी और आरामदायक यात्रा देगा, बल्कि सूरत की पहचान को और मजबूत करेगा। इसके तैयार होने के बाद मुंबई से गुजरात की यात्रा का अनुभव पूरी तरह बदल जाएगा।