एकनाथ खड़से (सौ. सोशल मीडिया )
Nashik News In Hindi: जळगाव और आसपास के जिलों में केला किसानों के लिए यह समय आर्थिक रूप से बेहद संवेदनशील है। हर साल अक्टूबर के पहले सप्ताह में लागू होने वाली केला फसल बीमा योजना का लाभ इस साल देरी के कारण किसानों तक नहीं पहुंच पाया है।
सरकार केवल प्रचार में व्यस्त, जनता परेशान है। पूर्व विधायक एकनाथराव खडसे ने राज्य सरकार की निष्क्रियता पर सीधे निशाना साधा और कहा, जिले में ‘तीन कैबिनेट’ मंत्री होने के बावजूद केला उत्पादक किसानों को उनके हक से वंचित रखा गया है। यह प्रशासनिक लापरवाही और अन्याय की सर्वोच्च मिसाल है।
खडसे ने बताया कि इस योजना में तीन स्तरों पर हप्ता भरना होता है, किसान, केंद्र और राज्य। जबकि किसानों और केंद्र ने अपना हिस्सा जमा कर दिया, राज्य सरकार का हिस्सा अब तक लंबित है। साथ ही स्कायमेट कंपनी को आवश्यक शुल्क न मिलने के कारण मौसम संबंधी डेटा उपलब्ध नहीं हो पाया, जिससे पात्र किसानों की सूची घोषित नहीं हो सकी। परिणामस्वरूप बीमा योजना का लाभविलंबित है और किसानों में रोष बढ़ा है।
बीमा योजना से वंचित किसानों के लिए गंभीर संकट, आर्थिक चुनौती खडसे ने कहा कि विलंब के कारण किसान गंभीर आर्थिक संकट में फंस सकते हैं। जिले के सभी केला उत्पादक इस साल बीमा योजना के अंतर्गत लाभ पाने के पात्र है और उन्हें किसी भी कारण से वंचित नहीं रखा जाना चाहिए।
खडसे ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार की यह लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी, किसानों को उनका हक दिलाने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं, विधायक भोले ने इस मौके पर कहा कि हमाल और मापाडी भाइयों की मेहनत से ही मंडी की धड़कन चलती है। उनका पसीना ही बाजार की असली पूंजी है। सेवा पखवाड़ा अभियान का अर्थ है यह उपक्रम भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष रवींद्र चव्हाण के जन्मदिन और सेवा पखवाड़ा की भावना को जोड़ते हुए आयोजित किया गया।
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मंच पर विधायक भोले के साथ महानगर जिलाध्यक्ष दीपक सूर्यवंशी, अभियान संयोजक विजय वानखेडे, कृषि उत्पन्न बाजार समिति सदस्य मनोज बापू चौधरी और अशोक राठी उपस्थित थे। कार्यक्रम में मंडल अध्यक्ष विनोद मराठे, पूर्व मंडल अध्यक्ष सुनील सरोदे, मिलिंद चौधरी, गजानन वंजारी, समाधान धनगर, हमाल संघ के अध्यक्ष कामेश सपकाळे, सहसचिव शरद चौधरी समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व व्यापारी मौजूद थे।