बेमौसम बारिश की मार, महंगी हुई सब्ज़ियां। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
गोंदिया: इस बार मई महीने में मौसम ने असामान्य रूप से करवट ली। चिलचिलाती धूप की बजाय गोंदिया जिले में समय से पहले ही बेमौसम बारिश ने दस्तक दी, जिससे गर्मी में तैयार होने वाली सब्जी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। इसका सीधा असर बाजार पर पड़ा है। सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं, जबकि किसानों की जेब खाली रह गई है। गोंदिया में बड़ी मात्रा में हरी सब्जियों का उत्पादन होता है।
साथ ही भंडारा, नागपुर, चंद्रपुर, यवतमाल और अन्य जिलों से भी सब्जियां यहां लाई जाती हैं। लेकिन बीते सप्ताह हुई लगातार बारिश के कारण खेतों में खड़ी फसलें खराब हो गईं और बाहर से आने वाली आपूर्ति भी प्रभावित हुई। नतीजतन सब्जियों की बाजार में भारी कमी देखी जा रही है।
स्थानीय बाजारों में सब्जियों की आवक घटने से थोक भाव तेजी से बढ़े हैं। व्यापारी किसानों से सस्ते दाम पर माल खरीदकर उसे महंगे दामों में खुदरा विक्रेताओं को बेच रहे हैं। खुदरा विक्रेता भी अपनी मर्जी से दाम बढ़ाकर उपभोक्ताओं पर बोझ डाल रहे हैं। इसका सीधा असर आम जनता और विशेषकर गृहिणियों पर पड़ रहा है, जिनका रसोई बजट बुरी तरह बिगड़ गया है।
सब्जी उत्पादक किसानों ने बताया कि एक फसल तैयार करने में 5 से 6 महीने की मेहनत लगती है, लेकिन बेमौसम बारिश ने उनकी सारी मेहनत पर पानी फेर दिया है। अधिकांश किसानों को उम्मीद थी कि सब्जी की बिक्री से वे आगामी खेती के लिए पूंजी जुटा पाएंगे, लेकिन अब वे भारी नुकसान में हैं। किसानों ने शासन से तत्काल आर्थिक सहायता की मांग की है। कुछ व्यापारी पहले से कोल्ड स्टोरेज में रखी सब्जियों को भी ऊंचे दामों पर बेच रहे हैं, जिससे उन्हें तो लाभ हो रहा है, लेकिन किसानों को कोई फायदा नहीं मिल रहा।
मई महीने में लगातार बेमौसम बारिश से हरी सब्जियों की फसलें नष्ट
जिले और बाहर से आने वाली आपूर्ति बाधित
थोक और खुदरा बाजार में सब्जियों के दामों में जबरदस्त उछाल
किसान घाटे में, व्यापारी मुनाफे में
शासन से राहत की उम्मीद