
विद्यालय के सामने दुर्घटनाओं का खतरा
Gondia News: गोंदिया जिले की प्रमुख शहीद जान्या-तिम्या जिला परिषद शाला के मुख्य प्रवेश द्वार के सामने बढ़ता यातायात अब छात्रों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण के बाद यह खतरा और बढ़ गया है, क्योंकि विद्यालय का प्रवेश द्वार अब सीधे हाईवे के बिल्कुल समीप आ गया है।
विद्यालय की छुट्टी के समय सैकड़ों छात्र जब मुख्य द्वार से बाहर निकलते हैं, तो उन्हें तेज रफ्तार वाहनों का सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में अभिभावकों और स्थानीय नागरिकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्पीड ब्रेकर बनाने की तत्काल मांग की है।
शहर स्थित यह विद्यालय जिले की प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थाओं में से एक है। यहां शहर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से लगभग 1,200 विद्यार्थी प्रतिदिन अध्ययन के लिए आते हैं। हाईवे पर बेकाबू यातायात इन विद्यार्थियों के लिए निरंतर खतरा बना हुआ है।
हाल ही में पुलिस विभाग द्वारा यहां एक सिपाही की तैनाती जरूर की गई है, परंतु एक व्यक्ति के लिए इतने बड़े क्षेत्र में यातायात नियंत्रण संभव नहीं है। विद्यालय प्रशासन का कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग चौड़ीकरण से पहले विद्यालय का प्रवेश द्वार सड़क से काफी दूरी पर था, लेकिन निर्माण कार्य के बाद यह द्वार अब सीधे सड़क से सटा हुआ है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ गई है।
अभिभावकों का कहना है कि विद्यालय के सामने स्पीड ब्रेकर नहीं होने के कारण वाहन तेज रफ्तार से निकलते हैं, जिससे बच्चों को सड़क पार करने में खतरा रहता है। उन्होंने प्रशासन और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से इस मुद्दे पर त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
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स्थानीय नागरिकों का कहना है कि “कहीं कोई बड़ी दुर्घटना होने के बाद ही प्रशासन जागेगा क्या?” उन्होंने स्पष्ट किया कि विद्यार्थियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए जल्द से जल्द स्पीड ब्रेकर का निर्माण किया जाए।






