गोंदिया की सड़क का दृश्य (फोटो नवभारत)
Gondia Traffic Signal Violation News: मोबाइल पर घंटों ऑनलाइन रहने वाले युवा व वयस्कों को सिग्नल पर एक मिनट तक इंतजार करने का समय नहीं है। इसलिए भीड़-भाड़ वाली जगहों पर भी ये सिग्नल जम्प कर अपनी और दूसरों की जान जोखिम में डालते हैं। पुलिस को इन मोटर चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है।
गोंदिया शहर में कुल 7 चौराहों पर सिग्नल लगे हुए हैं। उनमें से जयस्तंभ चौक व रानी अवंतीबाई चौक का ही सिग्नल शुरू है। वहीं सारस चौक, फुलचूर नाका, नेहरु चौक, टी पाईंट, मरारटोली स्थित कब्रस्तान के पास लगे सिग्नल बंद है। उसी तरह डॉ. आंबेडकर चौक व शक्ति चौक में लगे सिग्नल हमेशा के लिए बंद हो गए हैं। इस बीच हर सिग्नल प्वाइंट पर यातायात पुलिस तैनात कर दी गई है।
हालांकि, कुछ हुल्लड़बाज सिग्नल जम्प करते पाए जाते हैं। उल्लेखनीय है कि एक अलिखित नियम है कि भले ही यातायात पुलिस सिग्नल पर न हो, वाहन चालकों को इसका पालन करना चाहिए। लेकिन कुछ हुल्लड़बाज पुलिस की अनुपस्थिति में नियम तोड़कर सिग्नल पार कर भाग जाते हैं। जिससे गंभीर हादसा हो सकता है।
सोशल मीडिया पर हमेशा ऑनलाइन रहने वाले लोग एक मिनट के सिग्नल का इंतजार नहीं करना चाहते। इसलिए, वे रास्ते से हटने की कोशिश करते हैं। वे दूसरों को यह दिखाने की कोशिश करते हैं कि हम सिग्नल तोड़कर कैसे बच निकले। लेकिन उनकी इस तरह की हरकत से अन्य वाहन चालकों को माथापच्ची का शिकार होना पड़ता है। इसलिए ऐसे अनियंत्रित और उपद्रवी चालकों के खिलाफ यातायात विभाग द्वारा कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
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सिग्नल पर रुकने वाला हर कोई जल्दबाजी में रहता है। जब एक मिनट का सिग्नल करीब चार से पांच सेकंड की दूरी पर होता है, तो कार को आगे की ओर दबा दिया जाता है। ऐसे समय में सामने वाले वाहन से टक्कर होने की आशंका रहती है। इसके लिए सभी को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और ध्यान रखना चाहिए कि कोई दुर्घटना न हो।