
ध्वज दिवस 2025:
Gondia Flag Day 2025: गोंदिया जिले ने देश की रक्षा के लिए सैनिक दिए हैं और आगे भी देता रहेगा। ध्वजनिधि देकर भी हम देश की सेवा करते रहेंगे, ऐसा प्रतिपादन जिलाधीश प्रजीत नायर ने सशस्त्र सेना ध्वज दिवस 2025 निधि संकलन शुभारंभ कार्यक्रम में किया।
स्थानीय नियोजन सभागृह में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधीश नायर ने की। इस अवसर पर निवासी जिलाधीश भैयासाहेब बेहेरे, जिला विधि सेवा प्राधिकरण के सचिव नरेश वालके, उप जिलाधीश (सामान्य) एवं जिला सैनिक कल्याण अधिकारी मानसी पाटिल, उप जिलाधीश (भूसंपादन) ज्योति कांबले, जिला नियोजन अधिकारी मुरलीधर वाडेकर तथा जिला सूचना अधिकारी अंजू कांबले उपस्थित थे।
जिलाधीश नायर ने बताया कि महाराष्ट्र के गोंदिया जिले को 0.8 प्रतिशत का लक्ष्य मिला है। वर्ष 2024 में जिले को 37 लाख रुपये का टारगेट दिया गया था, जिसके मुकाबले जिले ने 33 लाख 91 हजार रुपये, यानी 92 प्रतिशत निधि जमा की है। उन्होंने कहा कि सैनिकों की समस्याओं के निराकरण के लिए प्रयास जारी हैं और जल्द ही तिरोड़ा में वीर पत्नी की जमीन का मामला हल किया जाएगा। इसके साथ ही, सैनिकों के लिए कैंटीन सुविधा को भी आगामी बैठक में अंतिम रूप दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जिले में पूर्व सैनिकों और शहीद सैनिकों के परिवारों के लिए एक व्यापक (कॉम्प्रिहेंसिव) योजना तैयार की जा रही है। यदि किसी शहीद परिवार या पूर्व सैनिक को कोई समस्या आती है, तो प्रशासन उसे हल करने का पूरा प्रयास करेगा। उन्होंने नागरिकों से भी ध्वजनिधि संकलन में योगदान देने की अपील की। कार्यक्रम में न्यायाधीश नरेश वालके ने ध्वजनिधि के लिए 11 हजार रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने सुझाव दिया कि ऑनलाइन भुगतान को आसान बनाने के लिए QR कोड तैयार कर सभी विभागों को उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने बताया कि पूर्व सैनिकों को विधिक सेवाओं में जिला विधि सेवा प्राधिकरण द्वारा सहायता प्रदान की जा रही है।
प्रस्तावना उप जिलाधीश मानसी पाटिल ने प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि हर वर्ष 7 दिसंबर को सशस्त्र सेना ध्वज दिवस के रूप में मनाया जाता है। गोंदिया जिले ने ध्वजनिधि संकलन में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। 2023 में जिले ने 102.91 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया था। उन्होंने विश्वास जताया कि वर्ष 2025 में भी लक्ष्य 100 प्रतिशत पूरा किया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन पूर्व सैनिक गणेश बिसेन ने किया और आभार सैनिक कल्याण संगठक धनराज बावनथड़े ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक, वीर माताएं, वीर पत्नियां, पालावरची स्कूल के विद्यार्थी तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
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इस अवसर पर जिलाधीश ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथियों ने भी ध्वजनिधि में योगदान दिया। शहीद सैनिकों की पत्नियों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। शहीद सैनिकों के होनहार बच्चों को प्रमाणपत्र दिए गए तथा वीर पत्नियों को शॉल और श्रीफल देकर सम्मानित किया गया। पिछले आर्थिक वर्ष में उत्कृष्ट योगदान देने वाले विभागों को प्रमाणपत्र और स्मृतिचिह्न प्रदान किए गए।






