(प्रतीकात्मक तस्वीर)
गड़चिरोली. गड़चिरोली व वडसा वनविभाग में बाघ और तेंदुए की दहशत थमने का नाम नहीं ले रही है. पिछले देढ़ वर्षाे से गड़चिरोली तहसील में बाघ ने दहशत मचाते हुए करीब 16 लोगों की जाने ली है. हालांकि वर्तमान स्थिति में बाघ की दहशत कुछ हद तक कम हो गयी है, लेकिन तेंदुआ अब अपनी मौजुदगी बयां करते दिखाई दे रहा है.
ऐसे में बिती रात आरमोरी तहसील मोहझरी गांव में एक गौशाला में बंधे तीन बकरियों पर हमला करते हुए दो बकरियों की जान ली और एक बकरी को अपने साथ जंगल ले गया. यह घटना मंगलवार को सुबह उजागर होते ही परिसर में दहशत का वातावरण निर्माण हो गया है.
मोहझरी गांव निवासी फाल्गुन गुरनुले नामक किसान के गोशाला में बकरियां बंधी हुई थी. इसी बीच रात के समय तेंदुआ गौशाला में प्रवेश करते हुए दो बकरियों को मौत के घाट उतार दिया. वहीं एक बकरी को जंगल में ले भागा. मंगलवार को सुबह यह घटना उजागर होने के बाद ग्रामीणों में दहशत का वातावरण निर्माण होकर घटना की जानकारी वनविभाग को दी गई. वनाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर घटना का पंचनामा किये है. वहीं नागरिकों का ेसतर्कता बरतने की अपिल की गई है. इस घटना में गुरनुले नामक किसान का हजारों रूपयों का नुकसान हुआ है. जिससे वनविभाग तत्काल मुआवजा दे, ऐसी मांग नागरिकों ने की है.
पिछले देढ़ वर्षो से गड़चिरोली वनविभाग अंतर्गत आनेवाले गड़चिरोली तहसील के विभिन्न गांवों में बाघ की दहशत निर्माण हुई है. इस क्षेत्र में अब तक बाघ ने 15 से अधिक लोगों की जाने ली है. वहीं 50 से 60 मवेशियों को अपना निवाला बनाया है. लेकिन अब तक वनविभाग को नरभक्षी बाघ को पकडऩे में सफलता नहीं मिली है. ऐसे में अब गड़चिरोली वनविभाग के जंगल में करीब 10 की संख्या में बाघ होने की जानकारी मिली है.
गड़चिरोली तहसील के गांवों में वर्तमान स्थिति में आए दिन लोगों को बाघ दिखाई दे रहे है. ऐसे में स्थिति में लोग जंगल क्षेत्र में न जाए, इसलिये वनविभाग द्वारा लोगों में जनजागृति की जा रही है. हाल ही में गोगांव परिसर में एक व्यक्ति को बाघ दिखाई दिया था. जिसकी जानकारी वनविभाग को मिलते ही वनविभाग की टीम गांव में पहुंचकर लोगों को सतर्कता बरतने का आहवान किया है. लेकिन अब तक नरभक्षी बाघ पकड़े नहीं जाने के कारण लोगों में दहशत का वातावरण कायम है.