सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के निर्देश (सौजन्यः सोशल मीडिया)
District Washim: वाशिम जिले से राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य राजमार्ग और जिला सड़कें गुजरती हैं, जिन पर वाहनों की गति अत्यधिक तेज रहती है। सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक 8 अक्टूबर को वाकाटक सभागृह में जिलाधिकारी एवं समिति अध्यक्ष योगेश कुंभेजकर की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
बैठक में जिलाधिकारी कुंभेजकर ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि वे आवश्यक स्थलों पर स्पीड ब्रेकर लगाएं, सड़कों पर बने गड्ढों को भरें और स्पीड ब्रेकर के संकेतक बोर्ड लगाकर कार्य को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि नगरपालिका और परिवहन विभाग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जिले में स्थापित सिग्नल प्रणाली सुचारू रूप से कार्यरत रहे।
बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक अनुज तारे, लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता शुभम जोशी, उप क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी संग्राम जगताप, नगर प्रशासन के संयुक्त आयुक्त बी।डी। बिकड, जिला परिवहन शाखा के पुलिस निरीक्षक संतोष शेलके उपस्थित थे। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जहाँ आवश्यक हो वहाँ थर्मोप्लास्टिक पेंट, पार्किंग चिन्ह, कैट्स आई, क्रैश बैरियर, गार्ड स्टोन और गति सीमा सूचना बोर्ड लगाए जाएं। पुलों पर कर्ब लगाने और गड्ढों को भरने की कार्रवाई तुरंत की जाए।
ग्रामीण क्षेत्रों में सिग्नल लगाने के लिए उपयुक्त स्थानों की पहचान की जाए। उन्होंने प्रस्तावित और चल रहे सड़क कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण करने तथा पिछली बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुसार संयुक्त निरीक्षण दल द्वारा की गई कार्रवाई की विस्तृत समीक्षा करने के निर्देश दिए। बैठक में जिले के 109 ब्लैक स्पॉट पर की गई कार्रवाई की समीक्षा भी की गई। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रमुख सड़कों पर दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में गड्ढों की मरम्मत और लंबित कार्यों पर तुरंत ध्यान दिया जाए तथा अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
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जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग को i-RAD पोर्टल के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं का विश्लेषण करने और समिति को आवश्यक आंकड़े उपलब्ध कराने की सिफारिश करने के निर्देश दिए ताकि दुर्घटना स्थल की जानकारी तुरंत प्राप्त हो सके। यह जानकारी लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता शुभम जोशी ने प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि जिले में दुर्घटना मृत्यु दर राज्य की तुलना में कम है। इस अवसर पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और महाराष्ट्र राज्य अवसंरचना विकास निगम की संबंधित एजेंसियों के प्रमुख अधिकारी भी उपस्थित थे।