
नागपुर का मौसम (सौजन्य-IANS)
Nashik News: वर्तमान में ठंड गायब हो गई है और बादल छाने जैसा वातावरण बन गया है। इस बदलते मौसम का स्वास्थ्य पर सीधा असर हो रहा है, जिसके चलते सर्दी, बुखार और खांसी की शिकायत लेकर डॉक्टरों के पास आने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है।
दस दिन पहले उत्तर से आने वाली शीत लहरों के कारण ठंड में अचानक वृद्धि हुई थी और पारा सीधे 9 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया था। लेकिन अब पिछले कुछ दिनों से न्यूनतम तापमान में वृद्धि हुई है और यह 16.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया है, जिससे वातावरण में बड़ा बदलाव आया है।
इस वातावरणीय परिवर्तन का स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ रहा है, और सर्दी, बुखार, बदन दर्द और खांसी जैसे वायरल फीवर सदृश बीमारियों की शिकायतों में बड़े पैमाने पर वृद्धि हुई है। कभी ठंडक तो कभी उमस (उकाडा) के इस दोहरे वातावरण के साथ तालमेल बिठाने में रोग प्रतिरोधक क्षमता को समय लग रहा है, जिसके कारण सर्दी, खांसी, बदन दर्द और बुखार जैसी शिकायतें लेकर डॉक्टरों के पास आने वालों की संख्या बढ़ गई है।
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डॉ. मंगेश कोल्हे ने बताया कि वर्तमान में वातावरण में बड़ा बदलाव हुआ है। ठंड और ठंडी हवा के इस दोहरे माहौल से स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है और रोग प्रतिरोधक क्षमता थोड़ी कम हो रही है। इसलिए सर्दी-खांसी के मरीज़ बढ़े हैं। ऐसे में गुनगुना पानी, साथ ही गर्म खाद्य पदार्थों और फलों को आहार में शामिल करना फायदेमंद साबित होता है।






