
हांगकांग के वांग फुक कोर्ट में लगी आग से 94 लोगों की मौत (सोर्स-सोशल मीडिया)
94 People Died In Hong Kong Fire Tragedy: हांगकांग में एक भयानक आग ने वांग फुक कोर्ट के निवासियों को गहरे सदमे में डाल दिया है। 32-मंजिला इमारतों के परिसर में लगी इस भीषण आग में अब तक कम से कम 94 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। यह हादसा शहर के इतिहास की सबसे घातक आग त्रासदियों में से एक बन गया है, जिसने पुराने आवासों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अत्यधिक गर्मी और पुरानी संरचनाओं के कारण बचाव कार्यों में भारी मुश्किलें आ रही हैं।
यह हादसा तब हुआ जब निर्माण सामग्री और बांस के मचान में आग लग गई, जिसने देखते ही देखते आठ में से सात 32-मंजिला टावरों को अपनी चपेट में ले लिया। खबर लिखे जाने तक, परिसर के 4800 निवासियों में से केवल 900 को ही सुरक्षित बाहर निकाला जा सका है। अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल पर अत्यधिक गर्मी के कारण बचाव और तलाशी अभियानों में भारी बाधा आ रही है। यह आग 1996 की आग (जिसमें 41 लोगों की मौत हुई थी) से भी ज्यादा घातक साबित हुई है।
हांगकांग के अग्निशमन कर्मियों को आग पर काबू पाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। उनकी सीढ़ियां और पानी के नल अधिकतम 53 मीटर (174 फीट) तक ही पहुंच पा रहे थे, जो कि 32-मंजिला इमारतों की ऊंचाई के आधे से भी कम है।
अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि ऊंची इमारतों के बाहरी नवीनीकरण में उपयोग किए जा रहे बांस के मचान, जाल और निर्माण सामग्री में आग क्यों लगी। इस मामले में, पुलिस ने एक निर्माण कंपनी के निदेशकों और एक इंजीनियरिंग सलाहकार सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। हालाकि पुलिस ने कंपनी का नाम नहीं बताया, लेकिन एसोसिएटेड प्रेस ने पुष्टि की है कि प्रेस्टीज कंस्ट्रक्शन एंड इंजीनियरिंग कंपनी के कार्यालय की तलाशी ली गई है।
अधिकारियों को संदेह है कि खिड़कियों को नुकसान से बचाने के लिए उपयोग किए गए प्लास्टिक फोम पैनल जैसी कुछ सामग्रियां अग्नि प्रतिरोध मानकों (Fire Resistance Standards) को पूरा नहीं करती थीं। तेज हवाओं ने भी आग को इतनी तेजी से फैलने में मदद की।
वांग फुक कोर्ट एक निजी स्वामित्व वाला लेकिन सरकार द्वारा सब्सिडी वाला आवास परिसर है। 1980 के दशक में बने ये अपार्टमेंट आमतौर पर छोटे (40-45 वर्ग मीटर) हैं। हांगकांग के अधिकांश पुराने और बड़े बाजार वाले आवासों की तरह, इन इमारतों में स्मोक डिटेक्टर या स्प्रिंकलर सिस्टम नहीं लगे थे।
इसके अलावा, ये इमारतें हांगकांग के अग्नि संहिता में संशोधन से पहले बनाई गई थीं, जिसके तहत बाद में ऊंची इमारतों में अनिवार्य अग्नि सुरक्षा मंजिलों (fire safety floors) का निर्माण आवश्यक हो गया था। यह त्रासदी हांगकांग के घनी आबादी वाले और ऊंची इमारतों वाले शहर में पुराने आवासों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है।
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आग लगने के समय इमारतों से निकाले गए या बाहर मौजूद सैकड़ों बचे लोग पास के स्कूलों सहित अस्थायी आश्रयों में रह रहे हैं। आम लोग और स्वयंसेवक प्रभावितों के लिए पानी, भोजन और अन्य जरूरी सामान लगातार पहुंचा रहे हैं। शहर के अग्निशमन विभाग ने बताया कि इस आग की घटना में 70 से ज्यादा लोग घायल भी हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है।






