कृषि केंद्र पर किसानों की भीड़ (फोटो नवभारत)
Gadchiroli Urea Shortage: धान फसलों की वृद्धि के लिए किसान फिलहाल यूरिया की मात्रा दे रहे है। यूरिया मिले इसके लिए वे भागदौड़ कर रहे है। लेकिन गड़चिरोली जिले में फिलहाल यूरिया की किल्लत होने से जिन कृषि केंद्र की ओर खाद उपलब्ध है, वे कृषि केंद्र चालक किसानों के जरूरत का लाभ ले रहे है। ऐसे ही मामले एटापल्ली, धानोरा, आरमोरी तहसील में खुलकर सामने आ रहे है।
एटापल्ली तहसील के कसनसूर परिसर के एक कृषि केंद्र चालक द्वारा किसानों को एक यूरिया के थैली के साथ नैनो यूरिया देते हुए प्रत्येक से 630 रुपये लिए जा रहे है। यूरिया के साथ अन्य खाद की लिकिंग कर किसानों की लूट की जा रही है। इस ओर कृषि विभाग ने अनदेखी हो रही है।
किसान दिन ब दिन केंद्र पर घूम रहा है। कभी कतार में लग रहा है। लेकिन खाद नहीं मिल रहा है। जब कुछ मात्रा में यूरिया मिला तो केंद्र ने नैनो यूरिया जबरदस्ती से देते हुए अधिक की राशि वसूल की जा रही है। पहले ही संकट में होने पर ऐसे लूटमारी से किसान और अडचनों में आया है।
यूरिया धान के उत्पादन के लिए अत्यावश्यक खाद है। उचित समय पर यूरिया खाद की मात्रा न देने पर फसलें मुरझाती है। पत्तियां पीली होती है। उत्पादन में गिरावट आती है। पहले ही देरी होने से फसलों की वृद्धि कम है। ऐसे में कृषि केंद्र द्वारा हो रही लूट किसानों के जख्मों पर नमक रगड़ने वाली साबित हो रही है।
एटापल्ली तहसील के कसनसूर परिसर में पहले ही खाद की किल्लत होने पर रविवार को यहां के एक कृषि केंद्र पर से 2 थैली यूरिया के लिए 1260 रुपये देने पड़े, वहीं इसके साथ नैनो यूरिया खाद जबरन बेचा जा रहा है। अगर नैनो यूरिया खरीदने से इनकार करने पर सामान्य यूरिया नहीं देते है। ऐसे में किसानों के पास विकल्प नहीं बचता है। खाद की किल्लत तथा होने वाली किसानों की लूट रोकने प्रशासन को तत्काल कदम उठाना आवश्यक है।
कसनसूर यूरिया बिक्री मामले के चलते इसके पीछे संबंधित कृषि अधिकारियों की मिलीभगत होने की बात कही जा रही है। आदेश नहीं होने के बावजूद केंद्र चालक द्वारा खुले रूप से अवैध तरीके से यूरिया की बिक्री की जा रही है। ऐसे में अधिक दाम लिए जा रहे है। यह बात कुछ अधिकारियों को ज्ञात होने के बावजूद अनदेखी होने की बात कही जा रही है, अन्यथा केंद्र चालक की इतनी हिमत कैसे बढ़ी, यह प्रश्न उपस्थित किया जा रहा है।
एटापल्ली तहसील गुण नियंत्रक एचके राऊत ने कहा के संबंधित केंद्र पर का मामला व्यापक गंभीर है। इस मामले की जांच की जाएगी। दोषियों को बक्शा नहीं जाएगा। जांच की रिपोर्ट वरिष्ठ स्तर पर भेजी जाएगी।
आरमोरी तसहील के मानापुर, देलनवाड़ी व वैरागड़ में शनिवार को यूरिया खाद को लिंकिंग कर 266 रुपयों की एक बैग 550 रुपयों में बिक्री की गई। वहीं रविवार को धानोरा में भी यूरिया का एक बैग 500 रुपयों में बेची जा रही थी।
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इसकी जानकारी किसानों ने विधायक डॉ. मिलींद नरोटे को देते हुए विधायक तत्काल उक्त कृषि केंद्र पर पहुंचकर केंद्र चालक को फटकार लगाते हुए कार्रवाई की चेतावनी दी। इस समय उपस्थित कृषि अधिकारियों को भी फटकार लगाई।
गड़चिरोली जिले की आरमोरी तहसील के वैरागड़, देलनवाड़ी, मानापुर, कुलकुली परिसर के कृषि केंद्र चालकों ने यूरिया के बैग पर कीटनाशक पावडर लिंकिंग कर एक बैग 550 रुपयों में बिक्री की। यूरिया की अधिक दाम में बिक्री न हो, इसके लिए कृषि विभाग की निगरानी है, लेकिन अनेक जगह कृषि केंद्र चालकों ने यूरिया के लिए किसानों से अधिक राशि लेने की शिकायत है। किसानों की लूट करने वाले ऐसे कृषि केंद्र चालकों पर कड़ी कार्रवाई की मांग हो रही है।