
भीगी फसल को सुखाते किसान (फोटो नवभारत)
Unseasonal rains damage crops in Gadchiroli: गड़चिरोली जिले में धान फसलों की कटाई का दौर शुरू हुआ है। ऐसे में किसान परीपक्व हुई हल्की व मध्यम प्रजाति की फसलों की कटाई कर उसे सुखाने के लिए खेतों के बांधों में ही रखे हुए है। वहीं अनेक किसानों से सीधे धान फसलों की कटाई व कुटाई कर उपज खेतों में ही सुखाने के लिए रखी है।
इस दौरान जिले के अनेक हिस्सों में शुक्रवार व शनिवार को निरंतर 2 दिन हुई बेमौसम बारिश के कारण खेतों में सुखाने के लिए रखी फसलें भीग गई है। वहीं खेतों में सुखाने के लिए रखी उपज भी भीग गई है। जिसके चलते किसानों का व्यापक नुकसान हुआ है।
रविवार, 26 अक्टूबर को दिनभर आसमान साफ रहा, वहीं धूप भी खिल गई थी। जिससे किसान अपनी भीगी फसलों को सुखाने के लिए जद्दोजहद करते नजर आ रहे थे। अनेक जगह पर धान फसलें भीगने से धान खेतों में झड़कर अंकुरित हो गया है। बेमौसम बारिश ने किसानों के हाथ आया निवाला छीन लिया है।
इस वर्ष अच्छी बारिश के चलते अच्छे उत्पादन की आंस किसानों ने लगाई थी। लेकिन बेमौसम बारिश ने किसानों से दगाबाजी की है। शुक्रवार व शनिवार को जिले के अनेक तहसीलों में हुई बारिश के कारण खेतों में सुखाने के लिए रखी धान फसल तथा धान उपज भीग गई है। जिससे किसानों का व्यापक नुकसान हुआ है।
गड़चिरोली जिले के कोरची, कुरखेडा, गड़चिरोली, चामोर्शी, धानोरा आदि तहसीलों में हुई झमाझम बारिश के कारण फसलों का भारी नुकसान हुआ है। रविवार को दिनभर आसमान साफ रहा। वहीं धूप खिल गई थी। जिसके चलते किसान अपनी भीगी फसले व उपज को सुखाने की जद्दोजहद करते नजर आए, लेकिन बेमौसम बारिश से किसानों का व्यापक नुकसान हुआ है।
बारिश के कारण फसलों पर का धान जमीन पर झड़ जाने के चलते अंकुरित भी हुआ है। जिससे किसानों का नुकसान हुआ है। जिससे नुकसान के पंचनामे कर मुआवजा देने की मांग किसानों द्वारा की जा रही है।
कुरखेड़ा तहसील में हलके तथा मध्यम प्रजाति के धान की कटाई में गति आयी है। बदरीले मौसम के चलते किसान भयभीत हुए थे। लेकिन धान फसल कटाई योग्य होने से अनेक किसानों ने धान फसलों की कटाई की। इस दौरान 2 दिन तक बेमौसम बारिश हुई। बारिश के कारण किसानों की धान फसलों का व्यापक नुकसान हुआ है।
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बेमौसम बारिश से किसानों की कटाई की गई धान उपज तथा हार्वेस्टर से कटाई किया गया धान उपज भीगने से किसानों का व्यापक नुकसान हुआ है। इस नुकसान का सामना करना किसानों के लिए मुश्किल है। हाथ में आयी फसले छिन जाने से किसानों के समक्ष मुश्किलें खड़ी हो गई है।
नुकसान के चलते कर्ज की वापसी कैसे करे, यह चिंता किसानों को सताने लगी है। जिससे पटवारी तथा कृषि विभाग नुकसान के पंचनामे कर मुआवजा देने की मांग कुरखेड़ा परिसर के किसानों ने की है।
चामोर्शी तहसील के आष्टी परिसर में शनिवार को हुए बेमौसम बारिश से धान फसलों का व्यापक नुकसान हुआ है। जिससे किसानों की आंखों से आंसू छलक रहे है। धान फसल कटाईयोग्य हुई है। जिससे सर्वत्र धान कटाई का दौर शुरू है। ऐसे में शनिवार को शाम के दौरान मुसलाधार बारिश हुई। जिससे कटाई की गई धान फसल पूरी तरह पानी में भीग गया।
वहीं खड़ी धान फसल आड़ी हो गई है। जिससे फसलों का व्यापक मात्रा में नुकसान हुआ है। नुकसान के चलते किसानों को सीर पर हाथ धरने की नौबत आयी है। बेमौसम बारिश का नुकसान कपास फसलों को भी लगा है। धान व कपास फसलों का नुकसान देखते हुए तत्काल पंचनामे कर नुकसान मुआवजा देने की मांग किसानों ने की है।






