सड़क पर सजी दुकानें (फोटो नवभारत)
Gadchiroli Footpath Business: गड़चिरोली जिले में युवाओं को रोजगार देने वाली सरकारी योजनाएं अब तक आदिवासी बहुल और नक्सल प्रभावित इस क्षेत्र तक नहीं पहुँच पाई हैं। इसके चलते सुशिक्षित बेरोजगार अपने जीवनयापन के लिए विभिन्न तरह के व्यवसाय करने को मजबूर हैं। दीपोत्सव के मौके पर शहर के मुख्य मार्गों पर दिवाली सामग्री बेचने के लिए कई युवाओं ने फुटपाथ पर अस्थायी दुकानें सजाई हैं।
गड़चिरोली शहर के इंदिरा गांधी चौक, आरमोरी मार्ग, चंद्रपुर मार्ग, धानोरा मार्ग, चामोर्शी मार्ग, और मुख्य बाजार लाइन जैसे त्रिमूर्ति चौक, सराफा लाइन परिसर में युवा अपने स्टॉल लगा रहे हैं। बड़े दुकानदारों की महंगी जगह किराए पर न लेने के कारण यह कदम उठाया गया है।
हालांकि, नगर परिषद प्रशासन पहले भी अतिक्रमण हटाने के लिए कार्रवाई कर चुका है। पिछले माह मुख्य मार्गों और चौकों से अतिक्रमण हटाया गया था। लेकिन जगह की कमी के कारण अब बेरोजगारों ने पुनः फुटपाथ पर अस्थायी व्यवसाय शुरू कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि नगर परिषद की ओर से दोबारा कार्रवाई का खतरा बना हुआ है।
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व्यवसायियों ने नगर परिषद से व्यवसाय के लिए उचित जगह उपलब्ध कराने की मांग की है। प्रशासन का कहना है कि जगह की कमी है, जिससे समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा। बेरोजगार युवाओं का कहना है कि उन्हें मजबूरी में ही फुटपाथ पर व्यापार करना पड़ रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि गड़चिरोली जैसे जिलों में युवाओं तक सरकारी योजनाओं और रोजगार की पहुँच सुनिश्चित करना आवश्यक है। इससे न केवल बेरोजगारी कम होगी, बल्कि फुटपाथ व्यवसायियों की समस्या भी स्थायी समाधान पा सकेगी।