
ऑपरेशन मुस्कान और मिसिंग सेल की उल्लेखनीय कार्रवाई (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Gadchiroli Police: पिछले कुछ वर्षों में जिला पुलिस बल ने नक्सल आंदोलन के विरुद्ध प्रभावी रणनीति अपनाकर जिले से नक्सलग्रस्त क्षेत्र का कलंक पूरी तरह मिटा दिया है। जिले को दहशतमुक्त करने के साथ-साथ युवाओं को रोजगार एवं स्व-रोजगार के अवसर प्रदान करने और शिक्षा के द्वार खोलने में ‘पुलिस दादालोरा खिड़की’ तथा ‘ऑपरेशन उड़ान’ जैसी पहलें अत्यंत सफल रही हैं।
इसी कड़ी में, जिले के विभिन्न क्षेत्रों से लापता हुए या घर से निकले लोगों की खोजबीन के लिए जिला पुलिस विभाग ने ‘ऑपरेशन मुस्कान’ प्रारंभ किया। इस अभियान के तहत जिला पुलिस अधीक्षक नीलोत्वपल ने सभी थानों को लापता व्यक्तियों को खोजने के निर्देश जारी किए थे। इस अभियान के परिणामस्वरूप जनवरी 2025 से सितंबर 2025 के बीच जिलेभर से लापता 229 लोगों को खोज निकाला गया और उन्हें उनके परिजनों से मिलाया गया। इन पुनर्मिलनों ने 229 परिवारों की झोली में खुशियां भर दीं, जिससे जिलेभर में पुलिस दल के इस कार्य की सराहना हो रही है।
जिले के विभिन्न पुलिस थानों में जनवरी से सितंबर 2025 के बीच 222 महिलाओं, 14 लड़कों और 4 लड़कियों के लापता होने की शिकायतें दर्ज हुई थीं। पुलिस विभाग ने ऑपरेशन मुस्कान और मिसिंग सेल के माध्यम से आधुनिक तकनीकों का उपयोग करते हुए 171 महिलाओं, 13 लड़कों, और 4 लड़कियों को सफलतापूर्वक खोज निकाला। संपूर्ण प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद सभी को उनके परिजनों को सौंप दिया गया। इस दौरान कई परिजनों की आंखों से खुशी के आंसू झलक पड़े।
इसी अवधि में जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों से 43 लड़कियों और 4 लड़कों के अपहरण के मामले सामने आए। इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए जिला पुलिस अधीक्षक नीलोत्वपल के मार्गदर्शन में विशेष पुलिस पथक गठित किए गए। इन टीमों ने अथक प्रयासों से 4 लड़कों और 37 लड़कियों कुल 41 अपहृत बच्चों को सुरक्षित खोज निकाला और उन्हें उनके परिजनों के हवाले किया।
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इस उल्लेखनीय अभियान ने एक बार फिर साबित किया है कि गडचिरोली पुलिस केवल कानून-व्यवस्था संभालने तक सीमित नहीं, बल्कि समाज में खुशियां लौटाने का मानवीय चेहरा भी रखती है।






