गोवंश से भरा ट्रक (फोटो नवभारत)
Gadchiroli Cattle Smuggling: गड़चिरोली एसपी नीलोत्पल ने जिले में हो रहे अवैध व्यवसाय और गोवंश तस्करी पर लगाम कसने का निर्देश जिले के सभी पुलिस थानों को दिया है। इसी बीच धानोरा तहसील के मुंगनेर से गोवंश से भरा एक वाहन आने की जानकारी मिलते ही धानोरा पुलिस ने जाल बिछाकर कर वाहन को रोका। लेकिन अंधेरे का लाभ उठाते हुए एक आरोपी जंगल में फरार होने में कामयाब हो गया। लेकिन दूसरे को पुलिस ने धरदबोचा। यह कार्रवाई धानोरा-गडचिरोली मार्ग पर की गई।
पुलिस ने कार्रवाई में एमएम 27 बीएक्स-7983 क्रमांक की वाहन और 51 गोवंश सहित कुल 43 लाख 79 हजार रुपयों का माल जब्त किया है। कार्रवाई जिला पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल, उपविभागीय पुलिस अधिकारी अनिकेत हिरडे के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक स्वप्नील धुले, सहायक पुलिस निरीक्षक प्रशांत जंगले, पुलिस उपनिरीक्षक पुरूषोत्तम टेंभुर्णे, गावडे, मंगेश राऊत, कृष्णा कलंबे, प्रवीण राऊत आदि ने की।
मुंगनेर मार्ग से एक ट्रक में गोवंश को अवैध तरीके से बंदी बनाकर तस्करी होने की जानकारी मिलते ही धानोरा पुलिस ने धानोरा-गड़चिरोली मार्ग पर जाल बिछाया। पुलिस को देखते ही वाहन में सवार दो लोग फरार होने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ लिया।
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इस समय वाहन की जांच करने पर वाहन में कुल 51 गोवंश बंदी बनाए हुए अवस्था में दिखाई दिये। जिनमें से 7 गोवंश मृत अवस्था में पाए गए। पंचनामा करने के बाद पुलिस ने जीवित गोवंश को गोशाला में भिजवाया है। वहीं मृतक गोवंश को दफनाया गया है।
गड़चिरोली जिला राज्य के आखिरी छोर पर बसा होने के साथ ही छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और तेलंगाना राज्य से सटा हुआ है। वहीं इस जिले में गोवंश की संख्या बड़े पैमाने पर होने के कारण सर्वाधिक गोवंश की तस्करी होती है। पुलिस विभाग द्वारा अनेक बार गोवंश तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए वाहनों समेत लाखों करोड़ों रुपयों का माल जब्त किया है।
बाजवूद इसके जिले में गोवंश की तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है। विशेषत: जिले के सीमावर्ती इलाकों से सर्वाधिक गोवंश तस्करी होती है। जिससे पुलिस विभाग को जिले से होनेवाली गोवंश तस्करी को रोकने के लिये विशेष उपाययोजना करने की आवश्यकता है।