
लड़कियों ने लिया संकल्प (सौजन्य-नवभारत)
Women Empowerment Gadchiroli: विवाह तय होते समय युवती तथा उसके परिवार की सबसे बड़ी अपेक्षाओं में से एक यह होती है कि वर नशामुक्त हो। कोई भी समझदार अभिभावक अपनी बेटी का विवाह किसी नशेड़ी युवक से नहीं कराना चाहता। अब इसी सोच के साथ जिले की 2 हजार 386 युवतियों ने शराब अथवा किसी भी प्रकार का नशा करने वाले युवक से विवाह न करने का दृढ़ संकल्प लिया है।
युवाओं को शराब, तंबाकू और अन्य व्यसनों से दूर रखने की दिशा में युवतियों द्वारा लिया गया यह निर्णय अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जिले में ‘मुक्तिपथ’ संस्था के माध्यम से शराब, तंबाकू जैसे लत के खिलाफ निरंतर जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के अंतर्गत पूरे जिले में किशोरियों और युवतियों को यह समझाया जा रहा है कि यदि भावी जीवनसाथी नशे का आदी हो, तो पूरा वैवाहिक जीवन संकट में पड़ सकता है।
इसलिए “नशेड़ी पति नहीं चाहिए” का संदेश देकर युवतियों को संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस अभियान के तहत अब तक देसाईगंज, आरमोरी, कुरखेड़ा, कोरची, धानोरा, गड़चिरोली, चामोर्शी, मुलचेरा, एटापल्ली, भामरागड़, अहेरी तथा सिरोंचा तहसीलों की कुल 2 हजार 386 किशोरी-युवतियों ने नशेड़ी युवक से विवाह न करने का संकल्प लिया है। गांव-गांव और महाविद्यालयों में सभाएं आयोजित कर युवतियों में जागरूकता फैलाई जा रही है।
‘मुक्तिपथ’ के सह-संचालक संतोष सावलकर ने कहा कि परिवार में कलह तथा घरेलू हिंसा का एक बड़ा कारण पति का नशा होता है। शराबी पति द्वारा पत्नी पर होने वाला शारीरिक-मानसिक अत्याचार, परिवार व गांव का दूषित वातावरण तथा शराब, तंबाकू, खैनी जैसे व्यसनों से होने वाली गंभीर बीमारियां इन सबको युवतियां प्रत्यक्ष रूप से देख रही हैं। इसी कारण वे अपने भावी पारिवारिक जीवन को सुरक्षित और उज्ज्वल बनाने के लिए नशामुक्त जीवनसाथी पर जोर दे रही हैं।
यह भी पढ़ें – घोन्सा गांव वेस्टर्न कोल माइन ब्लास्ट, पत्थरों की बौछार से महिला बुरी तरह घायल, इलाके में अफरा-तफरी
| तहसील | संख्या |
|---|---|
| देसाईगंज | 142 |
| आरमोरी | 102 |
| कुरखेडा | 30 |
| कोरची | 263 |
| धानोरा | 133 |
| गडचिरोली | 244 |
| चामोर्शी | 210 |
| मुलचेरा | 65 |
| एटापल्ली | 256 |
| भामरागड | 73 |
| अहेरी | 314 |
| सिरोंचा | 555 |
| कुल | 2,386 |






