गड़चिरोली में बाढ़ में फंसे ग्राम सेवक का किया गया रेस्क्यू (सोर्स: सोशल मीडिया)
Gadchiroli News: गड़चिरोली जिले में बुधवार की रात के बाद हुई मूसलधार बारिश के चलते नदियां और नाले उफान पर हैं। जिसके चलते 6 आंतरिक मार्गों की यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। मुलचेरा तहसील के कोलपल्ली के पास एक नाले में बाढ़ में फंसे ग्रामसेवक को आपदा प्रबंधन विभाग की टीम ने सुरक्षित बाहर निकाला। वहीं अहेरी के पास आलापल्ली क्षेत्र में कुछ घरों में पानी घुसने के कारण 64 नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया गया।
आलापल्ली से मुलचेरा मार्ग पर गोमनी के समीप (किष्टापुर से मथुरानगर बाजारवाडी) एक पेड़ गिरने से यातायात बाधित हो गई है। बुधवार की रात जिले के विभिन्न क्षेत्रों में तेज बारिश हुई और गुरुवार को भी दिनभर बारिश जारी रही। सबसे अधिक 240.4 मिमी बारिश मुलचेरा तहसील में दर्ज की गई, इसके बाद अहेरी में 127.1 मिमी बारिश हुई।
कढोली के पास सती नदी के उफान से कुरखेड़ा-वैरागड़ मार्ग बंद है। नालें में बाढ़ आने से तलेगांव-पलसगड़ मार्ग और गड़चिरोली तहसील का कुंभी-माडेमूल मार्ग भी प्रभावित हुआ है। जिले में बुधवार को शुरू हुआ निरंतर बारिश का दौर गुरूवार को भी जारी रहा रहा। निरंतर बारिश के चलते जिले में जनजीवन प्रभावित हुआ है।
बुधवार की शाम के दौरान मुलचेरा तहसील के गोमणी गांव के ग्रामसेवक उमेश धोडरे (45) कार से कोलपल्ली के पास नाले को पार कर रहे थे, तभी अचानक पानी का बहाव तेज हो गया। वहीं उनकी कार बहने लगी। जिससे उन्होंने वाहन से कूदकर एक पेड़ को पकड़ लिया और अपने मोबाइल से सरपंच को सूचना दी। गांव के युवक मदद के लिए पहुंचे, लेकिन तेज बहाव के कारण उन्हें निकालना संभव नहीं था। बाद में जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन दल को भेजा और ग्रामसेवक को सुरक्षित बाहर निकाला।
अहेरी तहसील में लक्ष्मण नाला और व्यंकटरावपेठा नाला उफान पर हैं, जिससे मार्ग बंद हो गए और जनजीवन प्रभावित हुआ। पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष अजय कंकडालवार ने गुरुवार को बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा कर प्रशासन और ग्रामीणों से बातचीत की। उन्होंने प्रशासन को तुरंत राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। कुछ इलाकों में फसलों को नुकसान हुआ है जिससे किसान चिंतित हैं। प्रशासन ने बाढ़ की स्थिति पर नजर रखने के लिए आपदा प्रबंधन दल को सतर्क रखा है।
गड़चिरोली जिले के कई इलाकों में बुधवार से बारिश हो रही है। इसी दौरान चामोर्शी तहसील के मक्केपल्ली चक नंबर 1 तथा मक्केपल्ली माल के 18 किसान धान की रोपाई के लिए शिमुलतला गए थे। उनमें से 16 खेत में काम कर रहे थे और दो वृद्ध किसान एक पेड़ के नीचे बैठे थे।
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अचानक आकाशीय बिजली गिर गई, जिसमें काशीनाथ कारुजी वैरागडे (55) घायल हुए वहीं महिला किसान चंद्रकला अशोक पातर (45) की इलाज के दौरान मौत हो गई। जिले में लगातार बारिश और जलभराव को देखते हुए प्रशासन अलर्ट पर है और संभावित नुकसान से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन की टीमें सक्रिय हैं।
जिले बुधवार से निरंतर बारिश का दौर शुरू है। ऐसे में जिले में 72.6 मिमी औसतन बारिश दर्ज की गई है। इसमें अकेले मुलचेरा तहसील में भारी बारिश हुई है। यहां अतिवृष्टि यानी 240 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इसके साथ ही अहेरी तहसील में 127 मिमी बारीश, गड़चिरोली में 35।3 मिमी, धानोरा 92.9 मिमी, देसाईगंज 57 मिमी, आरमोरी 24.3 मिमी, कुरखेड़ा 42.7 मिमी, कोरची 58.4 मिमी, चामोर्शी 63.1 मिमी, सिरोंचा 58.2 मिमी, एटापल्ली में 47.1 मिमी तथा भामरागड़ में 25 मिमी बारिश दर्ज की गई है।