परभणी में भड़की हिंसा (सौजन्य-सोशल मीडिया)
परभणी: परभणी में पथराव के सिलसिले में गिरफ्तार सोमनाथ सूर्यवंशी नाम युवक की न्यायिक हिरासत में हुई मौत के बाद एक बार फिर परभणी में तनाव व्याप्त है। हिरासत में उसकी तबीयत बिगड़ गई और अस्पतालमें इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। घटना के बाद नांदेड़ जोन के आईजी शाहजी उमप परभणी लौट आए. . उन्होंने इस युवक की मौत का कारण बताया। युवक ने रविवार सुबह सीने में दर्द की शिकायत जेल अधिकारियों से की थी सोमनाथ पथराव मामले में आरोपी था। उमप ने कहा कि परभणीवासियों को शांति बरकरार रखने के लिए सहयोग करना चाहिए।
बुधवार को परभणी शहर में प्रदर्शन के दौरान कई जगहों पर तोड़फोड़ की गई। गाड़ियों के टायर जला दिए गए। कलेक्टर कार्यालय में कुर्सियां फेंकी गईं। इस घटना के चलते पुलिस की ओर से बल प्रयोग किया गया। इस मामले में घटना के लिए जिम्मेदार 50 लोगों को हिरासत में लिया गया और अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में मामला दर्ज किया गया है।
महाराष्ट्र के परभणी शहर में रेलवे स्टेशन के बाहर डॉ. बी. आर. आंबेडकर की प्रतिमा के पास स्थापित संविधान की प्रतिकृति को तोड़ दिया गया था। जिसके बाद 10 दिसंबर की शाम को उस समय हिंसा भड़क उठी थी। पुलिस ने शुक्रवार को बताया परभणी में संविधान की प्रतिकृति को क्षतिग्रस्त करने को लेकर हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक 51 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही तीन मामले दर्ज किए गए हैं।
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बुधवार को इस तोड़फोड़ के विरोध में आयोजित बंद ने हिंसक रूप ले लिया। इस दौरान भीड़ ने आगजनी की व दुकानों, वाहनों और यहां तक कि जिलाधिकारी के कार्यालय में भी तोड़फोड़ की। अधिकारी ने कहा कि “हमने हिंसा के संबंध में तीन मामले दर्ज किए हैं और अब तक 51 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। यह संख्या बढ़ सकती है क्योंकि जांच जारी है और हम कुछ वीडियो देख रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि पुलिस ने हिंसा में शामिल लोगों को ढूंढने के लिए कोई टीम तैनात नहीं की है। शहर में स्थिति शांतिपूर्ण है और अब तक हिंसा की कोई नई घटना सामने नहीं आई है। परभणी में पांच से अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने पर प्रतिबंध जारी रहेगा।