आचार्य चाणक्य नीति (सौ.डिजाइन फोटो)
Chanakya Niti For Success : आचार्य चाणक्य को भला कौन नहीं जानता है। वे अपने समय के एक महान कूटनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री और राजनीतिज्ञ हुआ करते थे। वे अपने जीवनकाल के दौरान कई तरह की नीतियों की रचना की जिन्हें बाद में हम सभी चाणक्य नीति के नाम से भी जानने लगे।
आपको बता दें, अपनी नीतियों में चाणक्य ने कई तरह की बातों पर खुलकर चर्चा की है और साथ ही यह भी बताया है कि एक बेहतर और समृद्ध जीवन पाने के लिए एक व्यक्ति को क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
ऐसे में अगर आप अपने ऑफिस में तरक्की करना चाहते हैं तो ऐसे में चाणक्य नीति में बताई गयी कुछ बातों का आपको अपने जीवन में जरूर अपनाना चाहिए। ऐसे में आइए जानते है चाणक्य नीति में बताई गयी बातें-
आचार्य चाणक्य के अनुसार, ऑफिस में तरक्की और तारीफ पाने के लिए सबसे पहले ऑफिस में खुद को मज़बूत और सख़्त बनाए। भले ही आप अंदर से कुछ भी हो। कहा जाता है कि, ऐसा ऑफिस में रहने से आपकी इमेज बनती है। और कोई आपको हल्के में नहीं लेगा। इससे कॉरपोरेट माहौल में आपकी पकड़ हमेशा बनी रहेंगी।
चाणक्य नीति के अनुसार, ऑफिस में भरोसा और इज्ज़त पाने के लिए हमेशा ईमानदारी और अच्छे व्यवहार को अपनाना चाहिए। जब आप सही काम करते हैं, काम समय पर पूरा करते हैं और किसी के साथ गलत नहीं करते, तो लोग आप पर भरोसा करते हैं। इससे खुद-ब-खुद ऑफिस में आपके लिए अच्छा माहौल बन जाता है और आपकी तरक्की के रास्ते खुलने लगते हैं।
आचार्य चाणक्य किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले उसकी पूरी योजना बनाते थे। ठीक उसी प्रकार आपके लिए भी किसी काम को शुरू करने से पहले उसकी पूरी प्लानिंग कर लेना ज़रूरी है। चाणक्य नीति की मानें तो, ऑफिस में किसी प्रोजेक्ट या टास्क को हाथ में लेने से पहले यह समझना ज़रूरी है कि हम ये क्यों कर रहे हैं। इसका क्या नतीजा हो सकता है और क्या इसमें सफलता मिलेगी।
जब इन सवालों का सही और संतोषजनक जवाब मिल जाए, तभी उस काम को आगे बढ़ाना चाहिए और फिर पूरी मेहतन के साथ उसमें जुट जाएं।
चाणक्य नीति के अनुसार, एक व्यक्ति को कभी भी बहुत ज्यादा ईमानदार नहीं होना चाहिए। आचार्य चाणक्य ने ऐसा इसलिए कहा है क्योंकि जो सीधे पेड़ होते हैं उन्हें ही सबसे पहले काटा जाता है। अगर आप नहीं चाहते हैं कि लोग आपका गलत फायदा उठाएं तो आपको चाणक्य की इस बात का ख्याल जरूर रखना चाहिए।
ये भी पढ़ें- हरतालिका तीज व्रत में सुहागिन महिलाएं करें इन मंत्रों का जाप, मानसिक शांति और दांपत्य जीवन होगा सुखी
चाणक्य नीति के अनुसार, खुद गलतियां करने से बेहतर है कि दूसरों के अनुभवों से सीखें। ऑफिस में जब हम दूसरों की गलतियों और सफलताओं से सीखते हैं, तो हम खुद उन गलतियों से बच सकते हैं।