मुंबई: राज्य की शिंदे-फडणवीस सरकार (Shinde-Fadnavis Government) के खिलाफ आक्रामक भूमिका निभाने वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता जितेंद्र आव्हाड (Jitendra Awhad) को उनके विधानसभा क्षेत्र कलवा-मुंब्रा (Kalwa-Mumbra) में ही घेरने की तैयारी शुरु हो गई है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) की नजर आव्हाड की सीट पर है। जिसको लेकर शिवसेना की तरफ से एक बार फिर मिशन कलवा-मुंब्रा शुरु किया गया है। इसके तहत कल्याण के सांसद और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पुत्र श्रीकांत शिंदे ने कलवा-मुंब्रा के विकास के लिए 55 करोड़ रुपए की निधि उपलब्ध कराया है।
महानगरपालिका चुनाव के पहले निधि उपलब्ध करवाने से स्थानीय राजनीति गरम हो गई है। यही नहीं विधानसभा क्षेत्र के सभी दलों के पूर्व नगरसेवकों ने मुख्यमंत्री निवास वर्षा में सांसद श्रीकांत शिंदे से मुलाकात कर आभार भी जताया है। सूत्रों के मुताबिक मनपा चुनाव के पहले एनसीपी, एमआईएम सहित अन्य विपक्षी दलों के कई पूर्व नगरसेवक और पदाधिकारी पाला बदल सकते हैं जिसका असर विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा।
कलवा मुंब्रा विधान सभा क्षेत्र के अस्तित्व में आने के बाद से ही यह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का मजबूत गढ़ बन गया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं में शुमार जितेंद्र आव्हाड इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। आव्हाड के बल पर ही कलवा-मुंब्रा से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सर्वाधिक नगरसेवक चुन कर आते रहे हैं। हालांकि शिवसेना-भाजपा युति पिछले काफी समय से कलवा-मुंब्रा की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की मजबूत गढ़ में सेंध लगाने की कोशिश करती रही, लेकिन राज्य में महाविकास आघाड़ी की सरकार बनने के बाद जितेंद्र आव्हाड और एकनाथ शिंदे के बीच संबंध मधुर गए थे। जिसकी वजह से शिवसेना का मिशन कलवा-मुंब्रा ठंडे बस्ते में चला गया था, लेकिन अब राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की निगाहें आव्हाड की सीट पर टिक गई है और उन्होंने मिशन की जिम्मेदारी अपने पुत्र और इस क्षेत्र के सांसद श्रीकांत शिंदे को सौंप दी हैं।
मिशन कलवा-मुंब्रा के तहत सांसद श्रीकांत शिंदे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नगरसेवकों को अपने पाले में लाने का प्रयास तेज कर दिया है। शिंदे ने कलवा के पूर्व नगरसेवक जितेंद्र पाटिल सहित अन्य पदाधिकारियों को शिवसेना में प्रवेश दिला कर जितेंद्र आव्हाड को झटका दिया था। अब कुछ और नगरसेवकों के पाला बदलने की चर्चा जोरों पर है। कलवा-मुंब्रा क्षेत्र के विकास के लिए 55 करोड़ की निधि मंजूर होने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस के पूर्व नगरसेवक राजन किणे, अनिता किणे, मोरेश्वर किणे, साजिया अंसारी के देवर राजू अन्सारी, एमआईएम के पूर्व नगरसेवक आजमी शाह आलम शाहिद ने वर्षा निवास स्थान पर सांसद श्रीकांत शिंदे से मुलाकात कर आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर शिवसेना के समन्वयक और पूर्व महापौर नरेश म्हस्के, वरिष्ठ नेता गोपाल लांडगे सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
[blockquote content=”कलवा-मुंब्रा एमपी श्रीकांत शिंदे के संसदीय क्षेत्र में आता है । उन्होंने क्षेत्र के विकास और नागरी समस्याओं के लिए जो भी निधि उपलब्ध कराया है। उसका असर आगामी चुनाव पर अवश्य ही पड़ेगा। ” pic=”” name=”- सैय्यद अली अशरफ, पूर्व चेयरमैन न्यूनतम वेतन सलाहकार मंडल, एनसीपी”]
[blockquote content=”मुंब्रा में पिछले पांच वर्षों से सांसद निधि से कोई काम नहीं हुआ है। आने वाले चुनाव को देखते हुए जो भी काम किए जा रहे हैं। वह सांसद के लेवल का नहीं है। जनता को जो बड़े कामों की उम्मीद थी, वह नहीं हुआ। ” pic=”” name=”-सुधीर भगत, पूर्व नगरसेवक”]