
रामकथा आयोजन सभा में 36 समाज के लोग हुए शामिल
Chandrapur Ramkatha 2026: चंद्रपुर के चांदा क्लब में प्रख्यात कथा वाचक राजन महाराज का 9 दिवसीय संगीतमय रामकथा आयोजन होने जा रहा है। इसकी तैयारी के मद्देनजर रविवार की शाम जलाराम मंदिर के सभागृह में बैठक हुई, जिसमें 36 समाज और समितियों के पदाधिकारी और सदस्य शामिल हुए। श्रीराम कथा के भव्य आयोजन के लिए तैयारियों पर गंभीरता से चर्चा की गई। बैठक में उपस्थित गणमान्यों से सुझाव मांगे गए और प्राप्त सुझावों पर तुरंत चर्चा कर उन्हें लागू करने की सहमति बनी।
बैठक में मुख्य रूप से यह तय हुआ कि श्रीराम कथा सेवा समिति अधिकतम समाजों और विभिन्न समितियों के साथ मिलकर अधिकतम घरों तक पहुँच बनाने की कोशिश करेगी। चंद्रपुर जिला सहित पड़ोसी जिलों के छोटे शहरों में भी श्रीराम कथा सेवा समिति की उप-समिति गठित की जाएगी और उनके साथ समन्वय कर उन क्षेत्रों के लोगों को कथा से संबंधित जानकारी दी जाएगी। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था पर भी चर्चा हुई। इसके अलावा स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों को जोड़ा जाएगा और उन्हें कथा सुनने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। जिले के वृद्धाश्रमों को भी आमंत्रित करने पर विचार किया गया।
श्रीराम कथाकार राजन महाराज ने 14 जनवरी 2026 से 22 जनवरी 2026 तक चंद्रपुर के लिए समय निर्धारित किया है। श्रीराम कथा सेवा समिति द्वारा आयोजित संगीतमय भव्य रामकथा का प्रेरणास्थान नागपुर रोड स्थित श्रीलखमापुर हनुमान मंदिर देवस्थान होगा। चंद्रपुर जिले सहित अन्य जिलों के श्रद्धालु पूरे सेवा भाव से आयोजन में जुड़ेंगे। संभावित श्रद्धालुओं और मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए वाटरप्रूफ भव्य मंडप का प्रबंध किया जाएगा।
आयोजकों द्वारा रामकथा को भव्य बनाने के लिए सभी व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि श्रोताओं और दर्शकों के बैठने, आवाजाही और सुरक्षा की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित हो सके। कोशिश की जा रही है कि यह आयोजन अब तक हुए कार्यक्रमों से भी अधिक भव्य और व्यवस्थित हो।
राजन महाराज ने देश के विभिन्न शहरों के अलावा अमेरिका सहित कई देशों में अपनी मधुर वाणी से संगीतमय रामकथा सुनाई है। इनके प्रमुख भजन हैं – “तेरी मंद-मंद मुस्कनिया पर बलिहार राघव जी”, “अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे”, “पकड़ लो बाँह रघुराई”, “मेरा राम केवल भजन में मिलेगा” आदि। रामकथा स्थल क्लब ग्राउंड को 9 दिनों के लिए श्रीलखमापुर हनुमान मंदिर धाम का नाम दिया जाएगा।
ये भी पढ़े: लाख रायाजी में अरुणावती प्रकल्प की नहर फूटी, खेतों में घुसा पानी, फसलें जलमग्न
रविवार की सभा में वरिष्ठ बिजनेस मैन किशन चड्ढा ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि व्यवसाय में लगाए गए पैसों का नुकसान हो सकता है, लेकिन धार्मिक कार्यों में लगाए गए पैसे में कभी घाटा नहीं होता, बल्कि हर हालत में कई गुणा लाभ मिलता है। कार्यक्रम का संचालन संजय रामावत ने किया।






