प्रशिक्षण शिविर में मौजूद किसान व अधिकारी (फोटो नवभारत)
Chandrapur News: राष्ट्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम संस्थान (निम्समे) हैदराबाद, एनबीएचएम द्वारा प्रायोजित तिलहन अभियान, वैज्ञानिक मधुमक्खी पालन साप्ताहिक प्रशिक्षण, ओज संस्था वरोरा और कंचनी किसान उत्पादक कंपनी चिनोरा के सदस्य किसानों को 11 अगस्त से 18 अगस्त 2025 तक चंद्रपुर जिले की कंचनी किसान उत्पादक कंपनी चिनोरा में मधुमक्खी पालन व्यवसाय प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
इस प्रशिक्षण कक्षा का उद्घाटन ओज संस्था के अध्यक्ष बालाजी धोबे ने किया। मुख्य मार्गदर्शक विजय काले, कृषि मंडल अधिकारी, संस्थान सचिव आशीष रोकड़े, निदेशक नितिन टोंगे उपस्थित थे।
इस प्रशिक्षण में भद्रावती तहसील के पारडी, नांद्रा, खेमजई, शेगांव, बेम्बला नीमसाला, चारगांव, गिरोला वरोरा, सालोरी और चंदनखेड़ा आदि गांवों के 25 किसानों ने सात दिवसीय प्रशिक्षण पूरा किया। प्रशिक्षण के दौरान, रवींद्र जोगी मधपाल की परियोजना का क्षेत्रीय दौरा किया गया। प्रशांत ठेंगले चिनोरा के मधुमक्खी पेटी कारखाने का दौरा किया गया।
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इस प्रशिक्षण में किसानों को मधुमक्खियों के लाभ और मानव विकास में उनके योगदान के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। व्यवसाय करने के लिए आवश्यक तकनीक और जानकारी प्रदान की गई। विकास क्षीरसागर और निखिल वनकर इस प्रशिक्षण के विशेषज्ञ प्रशिक्षक थे।
चंद्रपुर जिला कृषि अधिकारी विजय काले ने तिलहन और मधुमक्खियों पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया। निम्स हैदराबाद के विभागाध्यक्ष डॉ. शिरीष कुलकर्णी ने भारतीय अर्थव्यवस्था और मधुमक्खी पालन पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया। कंचनी किसान उत्पादक कंपनी के निदेशक और प्रशिक्षक बलिराम डोंगरकर ने प्रशिक्षित किसानों को प्रमाण पत्र वितरित किए।
ओज संस्था के सचिव आशीष रोकड़े, उपाध्यक्ष यशवंत सहारे, संस्थान निदेशक नितिन टोंगे, अमोल धाबेकर और संस्थान समन्वयक रमेश चौधरी ने प्रशिक्षण को सफल बनाने में कड़ी मेहनत की।