चंद्रपुर में हादसा (सौजन्य-नवभारत)
Chandrapur News: चंद्रपुर जिले के शेगांव संभाग राष्ट्रीय महामार्ग -353 ई पर शेगांव पुलिस स्टेशन के सामने एक तेज रफ्तार टैंकर ने एक एक्टिवा दुपहिया को पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में दोपहिया वाहन के पीछे बैठी एक महिला की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। यह घटना मंगलवार, 16 सितम्बर की सुबह शेगांव में घटी। आए दिन हो रहे सड़क हादसों के लिए सड़कों पर हो रहे दुकानदारों के अतिक्रमण और सड़क की कम चौड़ाई को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
वरोरा निवासी कातोरे परिवार मंगलवार की सुबह भिवापुर एक्टिवा से भिवापुर तहसील के सेलोटी गांव तेरवी कार्यक्रम के लिए जा रहे थे। तभी शेगांव पुलिस स्टेशन के सामने यह हादसा हुआ। हादसे में मृतक महिला का नाम कोमल गंगाधर कातोरे (33) है। वह वरोरा के गांधी वार्ड की निवासी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, गंगाधर बापूराव कातोरे, उम्र 42, कोमल गंगाधर कातोरे, उम्र 33, और बेटा रोहन गंगाधर कातोरे यह तीनों वरोरा से दुपहिया एक्टिवा क्रमांक एमएच -34 सीपी -1649 से भिवापुर तहसील के सेलोटी गांव जा रहे थे।
इसी बीच मंगलवार की सुबह शेगांव पुलिस स्टेशन के सामने पीछे से आ रहे तेज रफ्तार पेट्रोल टैंकर क्रमांक एमएच 34 एबी 4509 ने दुपहिया को जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में पीछे बैठी कोमल गंगाधर कातोरे के सिर को गंभीर चोट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। तो लड़का घायल हो गया।
हादसे के बारे में शेगांव बु. को सूचना मिलते ही पेट्रोल टैंकर चालक पडोली निवासी परमेश्वर खामदेवे को हिरासत में लिया। तत्पश्चात मृतक महिला के शव को वरेारा के ग्रामीण अस्पताल में पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया। शेगांव पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक योगेंद्रसिंह यादव के मार्गदर्शन में उप-निरीक्षक सुमित कांबले, मदन येरने, हरीश येरमे, छगन जांभुले, हेमंत पाटिल द्वारा आगे की जांच की जा रही है। इस समय, देखने के लिए घटनास्थल पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई थी।
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शेगांव से वरोरा शेगांव, चिमूर, उमरेड 353 ई राष्ट्रीय मार्ग गुजरा है। इस सड़क से सटी सर्विस रोड नक्शे में 12 मीटर चौड़ी है और उसका निर्माण नहीं हुआ है। सड़क पर दुकानदारों ने बड़ी संख्या में अतिक्रमण कर रखा है। उसके सामने वाहन खड़े रहते हैं। सड़क से आने-जाने वाले नागरिकों को काफी परेशानी होती है। छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं हमेशा होती रहती हैं। भविष्य में ये दुर्घटनाएं बढ़ेंगी। अगर सर्विस रोड होती, तो यह दुर्घटना नहीं होती।
– डॉ. शिवनंदन ताजने, शेगांव