चालीसगांव में रिश्वतखोरी का मामला
जलगांव : चालीसगांव शहर पुलिस थाने में रिश्वतखोरी का बड़ा मामला सामने आया है। एक पुलिस कर्मचारी पर आपराधिक मामले में आरोपी न बनाने के बदले ₹1.20 लाख की रिश्वत मांगने का आरोप है। जैसे ही यह जानकारी स्थानीय विधायक मंगेश चव्हाण को मिली, वे थाने पहुंचे और धरना देते हुए पुलिस विभाग पर गंभीर आरोप लगाए।
आरोपियों पर गिरी गाज, निरीक्षक का तबादला, कर्मचारी निलंबित
घटना की गंभीरता को देखते हुए जलगांव के पुलिस अधीक्षक डॉ. महेश्वर रेड्डी ने तत्काल कार्रवाई की। चालीसगांव शहर के पुलिस निरीक्षक किरणकुमार कबाडी का नियंत्रण कक्ष में तबादला कर दिया गया है, जबकि आरोपी कर्मचारी अजय पाटील को सस्पेंड कर दिया गया है।
विधायक बोले – थाने के पास चल रहे अवैध धंधे
विधायक मंगेश चव्हाण ने कहा, पुलिस थाने की नाक के नीचे अवैध धंधे चल रहे हैं, लेकिन पुलिस आंख मूंदे बैठी है। अब बर्दाश्त नहीं होगा। उन्होंने थाने में बैठकर भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोला और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
पुलिस विभाग की छवि पर फिर सवाल
यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी जिले में पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार, सेक्स स्कैंडल और TET घोटाले जैसे कई मामले सामने आ चुके हैं। अब इस नए घटनाक्रम ने फिर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
SP रेड्डी बोले – किसी को बख्शा नहीं जाएगा
पुलिस अधीक्षक डॉ. महेश्वर रेड्डी ने कहा, भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जांच के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। गौरतलब है कि डॉ. रेड्डी को हाल ही में ‘100 दिवस कृती कार्यक्रम’ के तहत राज्यस्तर पर तीसरा स्थान मिला है।
अब निगाहें आगे की कार्रवाई पर
चालीसगांव पुलिस थाने में हुए इस घटनाक्रम के बाद जिले में हड़कंप है। अब सभी की नजरें आगे होने वाली कार्रवाई पर टिकी हैं। सवाल यह भी है कि निरीक्षक के तबादले के बाद थाने की कार्यशैली में बदलाव आएगा या नहीं।