बच्चू कडू (सोर्स: सोशल मीडिया)
Bacchu Kadu Attack On BJP Government: भंडारा जिले में प्रहार जनशक्ति पार्टी के संस्थापक और पूर्व राज्यमंत्री बच्चू कडू ने भंडारा दौरे पर सरकार और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विदर्भ क्षेत्र का मुख्यमंत्री होते हुए भी इसी क्षेत्र में सबसे ज्यादा किसान आत्महत्या कर रहे हैं, जो बेहद शर्मनाक है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के समय किया गया सातबारा कोरा करने का वादा अब तक अधूरा है।
पत्रकारों से बोलते हुए बच्चू कडू ने कहा कि भंडारा-गोंदिया जिले से महज 100 किमी दूरी पर मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों का निवास होने के बावजूद धान उत्पादकों के लिए कोई ठोस नीति नहीं बनाई गई। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वह जनता को देती कम है और वसूलती ज्यादा है।
कडू ने कहा कि किसानों, खेतिहर मजदूरों, मछुआरों, दिव्यांगों और प्रकल्पग्रस्तों की समस्याओं से ध्यान भटकाने के लिए जाति-धर्म की राजनीति की जा रही है।
किसानों को न्याय दिलाने के लिए कडू ने बताया कि उन्होंने और उनकी पार्टी ने पिछले छह महीनों में कई आंदोलन किए। ताकि किसानों के मुद्दों को सरकार के सामने रखा जा सके। इनमें रायगढ़ में 3 दिवसीय अन्नत्याग आंदोलन, विधायकों के घर के सामने मशाल आंदोलन, मंत्रियों के निवास पर रक्तदान आंदोलन, गुरुकुंज मोझरी में 7 दिवसीय उपवास, 150 किमी की पैदल यात्रा,
महाराष्ट्रभर में चक्का जाम आंदोलन शामिल है। इसके बावजूद सरकार ने न कर्जमाफी दी और न ही फसलों के लिए गारंटी मूल्य तय किया, जिससे किसानों का आक्रोश बढ़ रहा है।
न्याय हक यात्रा के दौरान बच्चू कडू ने विकलांगों से बैठक ली और गोसीखुर्द परियोजना से प्रभावित किसानों से पहेला गांव में संवाद किया। उन्होंने कोंढा, पालांदुर, करडी, डोंगरगांव, खमारी, लोधी, मोहदुरा और सुरेवाडा गांवों में किसानों के साथ सभाएं आयोजित कीं।
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कडू ने गणेशपुर के राजा के दर्शन कर आशीर्वाद भी लिया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा सिर्फ किसानों की नहीं, बल्कि हर वंचित वर्ग की आवाज है, जिसे सरकार लगातार अनसुना कर रही है।
इस दौरान उनके साथ पार्टी के भंडारा-गोंदिया संपर्क प्रमुख रमेश कारेमोरे, जिलाध्यक्ष अंकुश वंजारी और अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
बच्चू कडू ने चेतावनी दी कि अगर किसानों और गरीबों की मांगों को जल्द नहीं माना गया, तो प्रहार जनशक्ति पार्टी आंदोलन को और तेज करेगी।