मंत्री अतुल सावे की कार पर हलमे से टूटा शीशा व आराेपी (सोर्स: सोशल मीडिया)
Atul Save Car Attack News: छत्रपति संभाजीनगर में शनिवार की सुबह करीब 11.15 बजे राज्य के आवास एवं अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री अतुल सावे की कार पर पुंडलीक नगर परिसर में स्थित कार्यालय के बाहर पथराव हुआ। इस घटना में मंत्री सावे की कार का आगे का शीशा टूट गया। पुलिस ने मामले के गंभीरता को देखते हुए हमलावर युवक को तत्काल हिरासत में ले लिया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार हमलावर मानसिक रुप से पीड़ित है। बीते कुछ दिनों से मराठा आरक्षण को लेकर राज्य में माहौत तनाव पूर्ण है, इसी दरमियान यह घटना होने से चिंता व्यक्त की जा रही है। क्योंकि, मंत्री अतुल सावे ओबीसी समाज के बड़े नेता है।
कार का शीशा तोड़ने वाले मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति की पहचान पुंडलिक नगर निवासी गणेश सखाराम शेजुल के रूप में हुई है। पुंडलिक नगर पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस उपायुक्त प्रशांत स्वामी ने बताया कि गणेश शेजुल मानसिक रूप से बीमार है और वह पानी पुरी बेचने का व्यवसाय करता है। वह कई वर्षों से मानसिक रूप से बीमार है और 2010 से उसका इलाज चल रहा है। वह नियमित रूप से मंत्री अतुल सावे के गारखेड़ा स्थित संपर्क कार्यालय आकर हमेशा इलाज के लिए उनसे पैसे मांगता था। सावे उसे पैसे भी देते थे।
शनिवार, 20 सितंबर की सुबह वह इलाज के लिए पैसे मांगने सावे के कार्यालय आया था। उस समय, सावे संपर्क कार्यालय में कार्यकर्ताओं और नागरिकों से बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान गणेश शेजुल वहां आया और हमेशा की तरह इलाज के लिए पैसे मांगने लगा। मंत्री सावे ने उसे कुछ पैसे भी दिए।
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हालांकि, कम पैसे दिए जाने से नाराज होकर गणेश शेजुल बाहर आया और उसने सावे की गाड़ी पर पत्थर फेंक दिया। इससे गाड़ी के ड्राइवर साइड का आगे का शीशा टूट गया।
इस घटना के बाद परिसर में कुछ समय के लिए तनाव की स्थिति बन गई। सावे के वाहन पर पथराव करने के बाद मानसिक रूप से पीड़ित युवक वहां से भागने के फिराग में था। तभी आस पास के नागरिकों ने उसे पकड़कर सीधे पुलिस के हवाले कर दिया। उसके खिलाफ शहर के पुंडलीकनगर थाने में मामला दर्ज किया गया है।
बता दें कि पिछले कुछ माह से मराठा व ओबीसी समाज के आरक्षण को लेकर पूरे राज्य में तनाव की स्थिति बनी हुई है। सरकार ने मराठा समुदाय को आरक्षण देने के हाल ही में लिए निर्णय के बाद ओबीसी समाज में भी मराठा आरक्षण को लेकर गुस्सा है।
इसी दरमियान ओबीसी समाज ने जरांगे पाटिल के पैतृक गांव अंतरवाली सराटी में मराठा समाज को ओबीसी प्रवर्ग से आरक्षण न देने को लेकर आंदोलन शुरु किया था। यह आंदोलन ओबीसी समाज ने मंत्री अतुल सावे के आश्वासन के बाद समाप्त किया था।