
प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स :सोशल मीडिया)
Chhatrapati Sambhajinagar Water Crisis News: शहर में जल किल्लत बढ़ती ही जा रही है। लगातार 16वें दिन भी नागरिकों को पर्याप्त पानी की आपूर्ति नहीं हुई। महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण की लापरवाही के चलते पानी सप्लाई की अहम 900 मिमी व्यास की जलापूर्ति पाइप लाइन अब तक चालू नहीं हो सकी है। टाकली फाटा क्षेत्र में नई जलापूर्ति योजना की 2,500 मिमी मुख्य लाइन जोड़ने का काम जारी है, यहां सबसे बड़ा कनेक्शन लेने के लिए एमजेपी ने 900 मिमी लाइन को शटडाउन किया था। शुरू में यह शटडाउन सिर्फ 6 दिन का बताया गया था, पर 15 दिन बीत जाने पर भी काम पूरा नहीं हुआ।
एमजेपी के सिविल विभाग ने 2,500 मिमी लाइन की कॉन्क्रीटिंग करते समय 900 मिमी लाइन के जेपी-ज्वाइंट को नट-बोल्ट संग सीमेंट से भरने की चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। ऐसे में पाइप लाइन चालू करने की स्थिति में लीकेज व पाइप फटने की आशंका है। इस कारण पूरी लाइन फिर से बंद रखनी पड़ी। विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि सीमेंट पक्का होने तक लाइन कम से कम दो दिन शुरू नहीं की जा सकती।
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26 एमएलडी पानी सप्लाई रुकी
इस पाइप लाइन के चलते रोजाना मिलने वाला 26 एमएलडी पानी बंद होने से शहर के पानी का दबाव पूरी तरह कम हो गया है। मनपा अब 8-10 दिन में एक बार ही नागरिकों को पानी दे पा रही है व अगले दो दिनों में भी स्थिति सुधरने की उम्मीद नहीं है। लंबे शटडाउन से नागरिक बेहद परेशान हैं, पानी की तंगी के बीच मनपा-एमजेपी के संयुक्त काम में समन्वय की कमी एक बार फिर उजागर हुई है।
अधिकारी के पहुंचने पर विभागों में झगड़ा
मनपा के कार्यकारी अभियंता किरण धांडे व उप-अभियंता एमएम बाविस्कर दोपहर लाइन चालू करने पहुंचे थे, पर एमजेपी के सिविल व मैकेनिकल विभागों के बीच विवाद के चलते काम अटक गया। वरिष्ठ अधिकारियों की फटकार के बाद रात साढ़े सात बजे लाइन शुरू की गई, पर बमुश्किल एक घंटे बाद ही फिर बंद करने की नौबत आन पड़ी।






