
अमरावती. जिले के वरुड से ट्रक में सरकारी अनाज लेकर नागपुर निकले ट्रक चालक की निर्मम हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. इस संदर्भ में पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल ने सोमवार को पत्र वार्ता में बताया कि उसके साथी ने ही ट्रक चालक को मौत के घाट उतारा है. इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपी ट्रक चालक मुख्तार बेग हमजा बेग (रिसोड, जिला वाशिम) व लालू उर्फ अखिलेश निसाद (यवतमाल) है.
पुलिस ने बताया कि विगत 7 अगस्त को जिले वरुड थाना क्षेत्र अंतर्गत महाराष्ट्र राज्य क्र. वखार महामंडल से ट्रक एमएच 40/वी 0903 के चालक शेरु उर्फ मेहबूब खान छोटे खान व उसके अन्य एक साथी द्वारा 25 टन 60 किलो अनाज दो अगल अलग ट्रकों में सरकारी अनाज भरकर वरुड से नागपुर के लिए रवाना हुए थे. दोनों ट्रकों के चालकों ने योजना बनाई थी कि ट्रक के सरकारी माल को रफादफा कर उससे मिलने वाली रकम आपस में बांट ली जाए. परंतु इस मामले के में मृतक शेरु उर्फ मेहबुब खान छोटे खान अचानक नागपुर पहुंचने से पहले ही वाहन सहित लापता होने को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई थी. इस मामले की जांच वरुड पुलिस के साथ ही एलसीबी की टीम कर रही थी. आखिरकार मामले का पर्दाफाश किया गया.
निर्धारित समयावधि में तय स्थान पर शेरू उर्फ मेहबुब खान छोटे खान नहीं पहुंचा. इस घटना को लेकर सैयद मोहम्मद समीर अली सैयद सादीक अली ने शेरु की नागपुर तथा अमरावती में तलाश की. पश्चात वह वरुड पहुंचा. जहां उसने वरुड पुलिस को हकीकत बताई. सैयद मोहम्मद की शिकायत पर 8 अगस्त को शेरु के खिलाफ वरुड थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल ने अपने अधिनस्थ अधिकारियों को मामले का पर्दाफाश करने के आदेश दिए थे. वरुड पुलिस के अलावा एलसीबी की टीम भी मामले की जांच में जुटी हुई थी.
इस बीच एलसीबी टीम को मिली गुप्त जानकारी के आधार पर वाशिम जिले के रिसोड निवासी ट्रक चालक मुख्तार वेग हमजा वेग व यवतमाल जिले के लालू उर्फ अखिलेश निसाद को हिरासत में लेकर की गई पूछताछ में दोनों आरोपियों ने पहले पुलिस के समक्ष टालमटोल जवाब दिए. परंतु पुलिस की सख्ती के आगे दोनों ने कबूला कि शेरू उर्फ मेहबुब खान छोटे खान की नागपुर के करीब हत्या कर पास के ही जंगल में शव फेंका गया. इस जानकारी के आधार पर दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया गया. पूछताछ में आरोपियों ने कबूला कि शेरू के ट्रक में नागपुर ले जाया जा रहा सरकारी अनाज हेराफेरी कर ट्रक बेचने की योजना थी जिसमें स्वयं शेरु भी शामिल था.
शेरु को 50 फीसदी व शेष रकम मुख्तार बेग व लालू के बीच बंटवारे की योजना थी. परंतु बीच में ही मुख्तार बेग व लालू उर्फ अखिलेश निसार ने योजना बनाई कि शेरु का कत्ल कर माल व ट्रक बेच सारा पैसा दोनों आपस में ही बांट लेंगे. उपरोक्त कारवाई पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल, अपर पुलिस अधीक्षक शशिकांत सातव, उपविभागीय पुलिस अधिकारी निलेश पांडे के मार्गदर्शन मैं एलसीबी निरीक्षक किरण वानखडे, वरुड के थानेदार अवतारसिंग चव्हाण के नेतृत्व में पीएसआई धीरज राजुरकर, दीपक दलवी, नितीन चुलपार, हेड कांस्टेबल राजू मडावी, संतोष मुंडाने, सचिन मिश्रा, रविंद्र बावणे, बलवंद दामने, विनोद पवार, सचिन भगत, पंकज फाटे, भूषण पेठे, राजू चव्हाण, प्रफुल लेवरकर, आकाश शेंडे, किरण गावंडे ने की.






