छात्रों की आवाज अब सीधे पहुंचेगी प्रशासन तक (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Amravati District: अमरावती अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद महानगर की ओर से समस्या खोज अभियान नामक उपक्रम शुरू किया है। अभियान का उद्देश्य संत गाडगे बाबा अमरावती विश्वविद्यालय तथा उसके अंतर्गत आने वाले सभी महाविद्यालयों में विद्यार्थियों की शैक्षणिक, प्रशासनिक और मूलभूत सुविधाओं से जुड़ी समस्याओं का अध्ययन कर उनके समाधान के लिए ठोस कदम उठाना है। इस पहल के माध्यम से विद्यार्थियों को अपनी समस्याएं, शिकायतें और सुझाव सीधे विद्यार्थी परिषद तक पहुंचाने का अवसर दिया गया। छात्र अपने मुद्दे प्रत्यक्ष रूप से अथवा ऑनलाइन गूगल फॉर्म के माध्यम से दर्ज कर सकते हैं।
विद्यार्थी परिषद ने स्पष्ट किया है कि इस अभियान का उद्देश्य केवल समस्याओं को दर्ज करना नहीं, बल्कि उनकी जड़ों तक जाकर समाधान निकालना है। यह अभियान अमरावती, अकोला, वाशीम, यवतमाल और बुलढाना इन पांचों जिलों में उत्साह के साथ चलाया गया। कुल 325 महाविद्यालयों में विद्यार्थियों ने सक्रिय भागीदारी दर्ज की है।
अभियान के दौरान सामने आए पाठ्यक्रमों से जुड़ी शैक्षणिक कठिनाइयां, छात्रावासों में निम्न स्तर की भोजन व्यवस्था, ग्रंथालय एवं प्रयोगशालाओं में संसाधनों की कमी, कॉलेज परिसरों में सुरक्षा संबंधी मुद्दे की रिपोर्ट तैयार की जाएंगी जिसे विश्वविद्यालय प्रशासन और राज्य सरकार के समक्ष प्रस्तुत की जाएंगी।
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विद्यार्थी परिषद की विदर्भ प्रांत मंत्री पायल किनाके ने कहा कि यह अभियान केवल समस्याओं की सूची बनाने के लिए नहीं है, बल्कि उनके समाधान के लिए निर्णायक आंदोलन छेड़ा जाएगा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विद्यार्थियों के न्याय और अधिकारों की रक्षा के लिए सदैव प्रतिबद्ध है। प्रत्येक विद्यार्थी की आवाज को सही मंच तक पहुंचाना और उनके मुद्दों पर ठोस निर्णय करवाना ही परिषद के हर कार्यकर्ता का ध्येय है।