अकोला किसान आंदोलन (सौ. सोशल मीडिया )
Washim News In Hindi: कर्जमाफी, कृषि उद्योगों के लिए कर्ज उपलब्ध कराने, उद्योग के लिए कृषक समूहों को प्रोत्साहित करने, पोखरा योजना से सिबिल की शर्त हटाने के साथ अन्य मांगो को लेकर राजगांव के श्री गणेश स्वयं सहायता समूह के पदाधिकारियों और किसानों ने मंगलवार को जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा।
साथ ही में समूह के सचिव झनकराव वायचाल, सदस्य झनकराव शिंदे और अन्य किसानों ने पंद्रह दिनों के भीतर किसानों की मांगें पूरी नहीं होने पर राजगांव स्थित गणेश मंदिर के सामने आमरण अनशन शुरू करने के संकेत दिए है।
ज्ञापन में कहा गया है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आषाढ़ी एकादशी पर पंढरपुर में विठ्ठल मंदिर में किसानों के कल्याण के लिए मांग की थी, लेकिन फडणवीस सरकार ने अभी तक किसानों के हित में कोई निर्णय नहीं लिया है।
इसलिए सरकार को किसानों की मांगें पूरी करनी चाहिए। इनमें कर्ज माफी के, कृषि उद्योगों को कर्ज उपलब्ध कराना, उद्योग के लिए कृषक समूहों को प्रोत्साहित करना, ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के लिए मूल्य श्रृंखला बनाना और उन्हें बाजार उपलब्ध कराना, पोखरा योजना के माध्यम से बैंकों के माध्यम से सिबिल की शर्त को रद्द करना और कृषि उद्योगों के लिए कर्ज स्वीकृत करना, अगस्त-सितंबर में भारी वर्षा को देखते हुए गीला आकाल घोषित करना और प्रभावित किसानों को प्रति हेक्टेयर 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करना, जंगली सूअर, नीलगाय, हिरण, बंदर आदि जंगली जानवरों को नियंत्रित कर तार कंपाऊंड के लिए किसानों को 100 प्रतिशत अनुदान प्रदान करना, फसल बीमा में समस्याओं को दूर करना और सभी किसानों को बीमा लाभ प्रदान करना और किसानों को आत्महत्या से बचाना शामिल है।
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अगर अगले 15 दिनों के भीतर ये मांगें पूरी नहीं की गईं, तो राजगांव में आमरण अनशन शुरू करने के संकेत निवेदन में दिए है। निवेदन देते समय श्री गणेश स्वयं सहायता समूह के सचिव झनकराव वायचाल, सदस्य झनकराव शिंदे, सखाराम ढोबले, प्रल्हाद गावंडे, विनोद जाधव, गणेश वायचल, गजानन वानखेड़े, संजय भोयर, बंडू खडसे, राजू खडसे, सुनील खडसे, नंदू चव्हाण और अन्य किसान उपस्थित थे।