फर्जी निर्माण कर्मी प्रमाणपत्र का गोरखधंधा उजागर (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Khamgaon Fraud Fase: बांधकाम मजदूरों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर फर्जी नोंदणी प्रमाणपत्र जारी करने का गोरखधंधा उजागर हुआ है। कामगार विभाग की कार्रवाई में शहर के दो ऑनलाइन सेंटरों की जांच के दौरान यह मामला सामने आया। इस संबंध में दोनों सेंटर संचालकों के खिलाफ ठगी का अपराध दर्ज किया गया है।
बांधकाम कामगार परिवारों के लिए शासन की विविध कल्याणकारी योजनाएं लागू हैं। हाल के दिनों में खामगांव विधानसभा क्षेत्र में बांधकाम मजदूरों की अधिकृत नोंदणी और सामग्री वितरण का कार्य चल रहा था। इसी दौरान शिकायतें प्राप्त हुईं कि कुछ ऑनलाइन सेंटर नकली प्रमाणपत्र बनाकर मजदूरों से पैसे वसूल रहे हैं।
कामगार विभाग को प्राप्त जानकारी के अनुसार, काशिफ एन.पी. कॉम्प्लेक्स स्थित “आरटीओ सर्विस” दुकान क्र. 4 और मराठा पाटिल सभागृह के समीप “विहान कंप्यूटर एंड झेरॉक्स सेंटर” में फर्जी प्रमाणपत्र जारी किए जा रहे थे। शिकायत की सत्यता जांचने के लिए श्रम विभाग के निरीक्षक (श्रेणी 1) राजेश केशवराव वनारे ने पुलिस बल के साथ दोनों केंद्रों पर छापा मारा।
जांच के दौरान बांधकाम कामगार नोंदणी के लिए आवश्यक “9 दिन काम करने का प्रमाणपत्र” फर्जी पाए गए। इनमें आर.के. इंफ्रा पार्टनर नाम की मोहर लगी हुई थी, लेकिन उस पर किसी भी अधिकृत व्यक्ति के हस्ताक्षर नहीं थे। इस दौरान शेख रिजवान शेख गफ्फार, निवासी जिया कॉलनी, खामगांव के नाम से कुल आठ फर्जी प्रमाणपत्र बरामद हुए। साथ ही शुभम सी. वाघ, सिविल इंजीनियर, खामगांव के नाम की नकली मोहर भी जब्त की गई।
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इस मामले में काशिफ बेग कलिम बेग (29), निवासी तायडे कॉलनी तथा अजय रामदास गवई (33), निवासी शंकर नगर इन दोनों के खिलाफ खामगांव शहर पुलिस थाने में धारा 318(4), 336(3), 349 भारतीय दंड संहिता के तहत मामला दर्ज किया गया है। आगे की जांच थानेदार रामकृष्ण पवार के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस निरीक्षक विकास पाटिल कर रहे हैं।