संतरे का बगीचा (सोर्स: सोशल मीडिया)
अकोला: मौसम की मार झेल रहे किसानों के सामने बीमा कंपनी के हीलाहवाली के चलते एक और परेशानी आकर खड़ी हो गई है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत संतरा उत्पादक किसानों को बीमा भुगतान में देरी का सामना करना पड़ रहा है। 2024-25 के दौरान अकाेला जिले की अकोट तहसील के सभी संतरा उत्पादकों को अस्थिर मौसम के कारण भारी नुकसान हुआ था।
विशेष रूप से उमरा राजस्व मंडल में 949 हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ, जिसके लिए बीमा कंपनी ने प्रति हेक्टेयर 50,000 रुपये के मुआवजे की घोषणा की थी। हालांकि, किसानों को अभी तक भुगतान नहीं मिला है, जिससे नाराज किसानों ने 1 जून तक भुगतान न मिलने पर तीव्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
वर्ष 2024-25 में कम वर्षा और असमय बारिश के कारण संतरा फसल को बड़े पैमाने पर क्षति हुई। इससे किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। एक वर्ष बीत जाने के बावजूद उमरा मंडल के किसानों के खातों में बीमा राशि जमा नहीं हुई।
उमरा राजस्व मंडल के संतरा उत्पादक किसानों ने कृषि विभाग, अकोला से बीमा कंपनी से तत्काल पत्राचार कर किसानों को भुगतान दिलाने की मांग की है। 2024 के फसल बीमा भुगतान में देरी के कारण किसानों के सामने रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है।
किसानों ने 20 मई तक बीमा राशि न मिलने पर तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है। किसान चाहते हैं कि सरकारी तंत्र और जनप्रतिनिधि इस मामले में सक्रिय भूमिका निभाएं और उमरा मंडल के संतरा उत्पादक किसानों को उनके हक का मुआवजा दिलाने में सहयोग करें।