सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश की अवमानना का प्रयास (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Akola News: सुप्रीम कोर्ट परिसर में देश के मुख्य न्यायाधीश की अवमानना का प्रयास किए जाने की चौंकाने वाली घटना सामने आई। यह घटना उस समय हुई जब मुख्य न्यायाधीश एक मामले की सुनवाई कर रहे थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह कृत्य एक 60 वर्षीय वकील द्वारा किया गया, जिसे सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत हिरासत में ले लिया। इस घटना के बाद मुख्य न्यायाधीश ने संयम और शांति बनाए रखते हुए कहा, मुझे ऐसी बातों से फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने बिना विचलित हुए अपना कार्य जारी रखा।
आरोपी द्वारा नारेबाजी किए जाने की भी जानकारी सामने आई है। इस घटना के विरोध में शहर में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) ने कड़ा विरोध दर्ज किया। पार्टी ने कहा कि देश की स्थिति कुछ लोग बिगाड़ रहे हैं और जो वातावरण बनाया गया है, वह लोकतंत्र के लिए चिंताजनक है। यदि देश के मुख्य न्यायाधीश के साथ भी ऐसा व्यवहार हो रहा है, तो यह लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है।
पार्टी ने इस कृत्य की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि न्यायपालिका देश की सर्वोच्च संस्था है और उसका अपमान किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जा सकता। उन्होंने समाज में शांति, सद्भावना और संविधान के सम्मान की अपील की। इस घटना के विरोध में स्थानीय मदनलाल धिंग्रा चौक पर राकांपा शरद पवार गुट के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने काले झंडे और बैनर्स के साथ जोरदार प्रदर्शन किया।
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इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व राकांपा महानगराध्यक्ष रफीक सिद्दीकी, प्रदेश संगठन सचिव जावेद जकारिया, कार्याध्यक्ष युसूफ अली, देवा ताले और मेहमूद खान पठान ने किया। इस अवसर पर सुनील वनारे, मिलिंद गवई, पापाचंद्र पवार, एड.संदीप तायडे, बाबासाहब घुमरे, आनंद वेराले, शेख रमजान, अन्सार अली, मोहम्मद साफिक, रजिक इंजिनियर, अल्ताफ खान पस्थित थे। पार्टी ने स्पष्ट किया कि लोकतंत्र की रक्षा करना हर नागरिक का कर्तव्य है।