
Akola Mining Department:अकोला जिले में रेत घाट (सोर्सः सोशल मीडिया)
Akola Sand Policy: खनिकर्म विभाग के बार-बार प्रयासों के बाद अकोला जिले के 38 रेत घाटों में से 16 घाटों की नीलामी पूरी हो सकी है। इस नीलामी प्रक्रिया से जिला प्रशासन को कुल 3 करोड़ 64 लाख रुपए का राजस्व प्राप्त होगा। उल्लेखनीय है कि सितंबर 2024 से जून 2025 तक एक भी रेत घाट की नीलामी नहीं हो पाई थी।
दो वर्ष पूर्व डिपो प्रणाली के तहत ठेकेदारों को रेत घाट ‘ना-नफा, ना-तोटा’ के आधार पर वितरित किए गए थे, लेकिन यह प्रयोग सफल नहीं हो सका। इसके बाद सितंबर से नवंबर के बीच खनिकर्म विभाग ने पर्यावरण विभाग की अनुमति लेकर नई रेत नीति के अनुसार नीलामी प्रक्रिया शुरू की।
हालांकि, पांच बार निविदाएं आमंत्रित करने के बावजूद अपेक्षित प्रतिसाद नहीं मिला। नवंबर में तीन बार और दिसंबर में दो बार निविदाएं मंगवाने के बाद अंततः केवल 16 घाटों की नीलामी संभव हो सकी। इन घाटों से कुल 50,472 ब्रास प्राकृतिक रेत का उत्खनन किया जाएगा। इससे जिले के नागरिकों को वैध और सुलभ रेत उपलब्ध होने का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
वर्तमान में शेष 22 रेत घाटों की नीलामी लंबित है। अब छठी बार निविदा प्रक्रिया शुरू की गई है और 29 दिसंबर तक निविदाएं स्वीकार की जाएंगी। रेत माफिया की संभावित गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी के निर्देशानुसार जिला, उपविभाग और तहसील स्तर पर विशेष पथकों का गठन किया गया है।
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अकोला तहसील:
कट्यार घाट- 22.52 लाख
तेल्हारा तहसील:
बाभुलगांव घाट- 10.79 लाख
तलेगांव पातुर्डा घाट:
20.10 लाख
इनमें से सर्वाधिक बोली वाले तीन घाटों की नीलामी कुल 36.4 लाख रुपये में हुई, जिससे 92.9 लाख रुपए का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हुआ है।






