
अकोला जिले में कपास खरीद प्रक्रिया तेज करें
Akola Agriculture News: किसान देश की आत्मा और अन्नदाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस किसानों के साथ मजबूती से खड़े हैं। ऐसे में यदि कोई अधिकारी या शासकीय यंत्रणा शासन को बदनाम करने का प्रयास करेगी, तो उसे सहन नहीं किया जाएगा। किसानों और ग्रामीण पृष्ठभूमि से आए अधिकारियों को यह ध्यान रखना चाहिए कि किसानों को उनके हक का भाव मिले और शासकीय योजनाओं का लाभ समय पर प्राप्त हो। प्रशासन की छवि खराब न हो, इसकी विशेष जिम्मेदारी अधिकारियों पर है। यह स्पष्ट निर्देश भाजपा प्रदेश महासचिव एवं विधायक रणधीर सावरकर ने दिए।
विधायक सावरकर ने जिले में सोयाबीन खरीद केंद्रों की संख्या बढ़ाकर खरीद प्रक्रिया गति देने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसी संदर्भ में उन्होंने राज्य के विपणन मंत्री, सचिव तथा संबंधित अधिकारियों से चर्चा कर जिले में 39 नए केंद्र शुरू करने का प्रस्ताव रखा। सोयाबीन और कपास खरीद की समीक्षा बैठक निवासी उप जिलाधिकारी विजय पाटिल के कक्ष में आयोजित की गई। इस बैठक में उपविभागीय अधिकारी डॉ. शरद जावले सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में विधायक सावरकर ने स्पष्ट कहा कि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए और अधिकारियों को तुरंत अमल करना चाहिए। सीसीआई के उपप्रबंधक ब्रिजेश कसाना ने बताया कि 1 दिसंबर 2025 तक जिले के अकोट-1, अकोट-2, बोरगांव मंजू, बार्शीटाकली, चिखलगांव, चोहट्टाबाजार, मुर्तिजापुर, पारस और तेल्हारा इन 9 केंद्रों पर कुल 1,38,272 क्विंटल कपास की खरीद की गई है। कपास खरीद प्रक्रिया को और तेज करने के लिए सभी जिनिंग-प्रेसिंग इकाइयों को किसानों के पंजीयन हेतु स्लॉट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।
विशेष समस्या केलीवेली ग्राम की बताई गई, जो ग्रामदान मंडल कानून के तहत आता है। यहां किसानों की 7/12 उतारा में मालिक के रूप में ग्रामदान मंडल तथा भोगवटदार के रूप में किसान का नाम दर्ज है, जिससे कपास ऐप पर पंजीयन में अड़चन आ रही थी। इस पर विधायक सावरकर ने निर्देश दिया कि तहसीलदार अकोट से आवश्यक खुलासा पत्र लेकर ऐप में सुधार कर किसानों को तुरंत खरीद सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
ये भी पढ़े: नागपुर में आज से शीत सत्र का होगा आगाज, नेता प्रतिपक्ष पर विपक्ष आक्रामक, हर मुद्दे पर होगी चर्चा
समीक्षा बैठक में बताया गया कि वीसीएमएफ द्वारा अब तक 10,000 क्विंटल सोयाबीन खरीदी गई,मार्केटिंग फेडरेशन द्वारा 1,900 क्विंटल, पणन महासंघ द्वारा मात्र 78 क्विंटल, महासंघ द्वारा जिले में केवल 11 केंद्रों पर खरीद प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसे अत्यंत कम बताया गया। विधायक सावरकर ने आग्रह किया कि केंद्रों की संख्या बढ़ाकर प्रक्रिया को तेज किया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि इस वर्ष सोयाबीन में नमी की मात्रा अलग-अलग होने से किसानों को परेशानी, नमी मापने वाली मशीनें एकसमान न होने से अलग-अलग निकष, अधिकारियों को तुरंत मानक लागू करने के निर्देश दिए। बैठक में संतोष शिवरकर, राजेश बेले, अनिल गावंडे, संजय गावंडे, गणेश तायडे, मनोहरराव रहाणे, विवेक भरणे, अंबादास उमाले, देवेंद्र देवर, प्रवीण हगवणे, दिलीप पटोकार सहित कृषि विभाग, आत्मा, सीसीआई, वीसीएमएफ और मार्केटिंग फेडरेशन के अधिकारी उपस्थित थे।






