धार्मिक निर्माण को नष्ट करने से तनाव (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Ahilyanagar Crime: रविवार को शहर में तनाव फैल गया जब उपद्रवियों ने आधी रात को पटवर्धन चौक पर एक धार्मिक निर्माण को जेसीबी से ढहा दिया। पुलिस ने तुरंत कुछ संदिग्धों को जेसीबी समेत हिरासत में ले लिया। इस बीच, मुस्लिम समुदाय ने इस घटना के विरोध में पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर धरना दिया और उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कार्रवाई न होने पर ‘सड़क जाम’ करने की चेतावनी दी।शहर के पटवर्धन चौक स्थित इस ढांचे को अज्ञात व्यक्तियों द्वारा गिराए जाने की घटना सुबह लगभग 2:45 बजे सामने आई।
इस मामले में एडवोकेट वसीम रऊफ खान ने कोतवाली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। यह ढांचा एक पीले रंग की जेसीबी से गिराया जा रहा था। जब खान वहां पहुंचे, तो उन्होंने बताया कि एक अज्ञात व्यक्ति जेसीबी और नीले रंग के दोपहिया वाहन पर भाग गया था। यह कृत्य दंगा फैलाने के इरादे से किया गया था और शिकायत में संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
धार्मिक ढांचे गिराने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग को लेकर मुस्लिम समुदाय ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय तक मार्च निकाला। उन्होंने कार्रवाई न होने पर सड़क जाम करने की भी चेतावनी दी। बयान में कहा गया है कि अज्ञात लोगों ने धार्मिक ढांचे गिराए और ऐसा प्रतीत होता है कि गश्त पर तैनात पुलिस अधिकारी और कर्मचारी अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाह थे।
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यह भी जांच ज़रूरी है कि पुलिस प्रशासन ने इस पर ध्यान क्यों नहीं दिया, जबकि आनंद बाज़ार से कोतवाली थाना पांच मिनट की दूरी पर है। सीसीटीवी फुटेज में जेसीबी कहां से निकली और कहां रुकी, जातिवादी संगठन के संपर्क में कौन था और कौन उसका समर्थन कर रहा है, इसकी गहन जांच की जाए।
घटना के बाद दोनों समुदायों के बीच तनाव को बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस अधीक्षक सोमनाथ घार्गे ने सोशल मीडिया पर शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। उन्होंने पुलिस प्रशासन को घटना के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए। पुलिस ने तोड़फोड़ मामले में एक जेसीबी और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिसके बाद तनाव कम हुआ।