उजानी डैम (सौ. सोशल मीडिया )
Ahilaya Nagar News In Hindi: पुणे और भीमा नदी में भारी बारिश के चलते बढ़ने वाले जलस्तर के कारण बाढ़ आ गई है। जिसके चलते सिद्धटेक-दौंड मार्ग पर बना पुल पानी में डूब गया है और यातायात के सारे रास्ते बंद कर दिए गए हैं। हालांकि ये पुणे और सोलापुर जैसे जिलों के लिए वरदान साबित हुआ है। साथ ही उजानी डैम भी ओवरफ्लो हो गया है।
उजानी की वॉटर स्टोरेज कैपेसियटी 123 टीएमसी है। वर्तमान समय में वॉटर स्टोरेज 117 टीएमसी हो गया है। गुरुवार को दोपहर में भीमा बेसिन से डिस्चार्ज 1 लाख 37 हज़ार क्यूसेक तक पहुँच गया। उजानी डैम से भी नदी बेसिन में 1 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
डैम के ओवरफ्लो हो जाने के बाद जल वितरण योजना गड़बड़ा जाने पर क्या होता है, इसका एक्सपीरियंस 2018 और 2024 में सामने आ चुका है। पिछले एक्सपीरियंस के आधार पर कर्ज तालुका के किसानों ने मांग की है कि बांध भर जाने के कारण इस वर्ष जल वितरण योजना में सुधार किया जाए।
भीमा बेसिन में पानी का प्रवाह बढ़ने से निचले कृषि क्षेत्रों में पानी घुस गया है। कपास, मक्का और नई बोई गई गन्ना की फसलें पानी में डूब गई हैं। किसानों ने डूबे हुए क्षेत्रों का तत्काल सर्वेक्षण कराने की मांग की है। सिद्धटेक, दुधोड़ी, भम्बोरा, गणेशवाड़ी के खेत जलमग्न हो गए हैं, जिससे परिवहन प्रभावित हो रहा है।
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उजनी का जलग्रहण क्षेत्र 14856 वर्ग किलोमीटर है और 29 हज़ार हेक्टेयर क्षेत्र बांध के अंतर्गत आता है। 3 लाख 97 हज़ार 800 हेक्टेयर क्षेत्र सिंचाई के अंतर्गत आता है। साथ ही, उजनी बायीं नहर से 96 हज़ार हेक्टेयर और दायीं नहर से 51 हज़ार 800 हेक्टेयर क्षेत्र सिंचाई के अंतर्गत आता है। बांध के कारण पुणे जिले के 25 गाँव, सोलापुर जिले के 23 और अहिल्यानगर जिले के 3 गाँव पूरी तरह से बांध क्षेत्र में आ गए हैं।